मजदूरों के सुरक्षित भविष्य के लिए करें काम : डॉ. डहरिया
श्रम मंत्री ने की विभागीय काम-काज की समीक्षा
रायपुर, श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में श्रम विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय काम-काज की समीक्षा की। डॉ. डहरिया ने प्रदेश के गरीब और मजदूर तबके के लोगों के सुरक्षित और सुनहरे भविष्य के लिए बेहतर उपाए करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे तबकों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर शासन की विभिन्न योजनाओं से उन्हें लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित हो। डॉ. डहरिया ने प्रदेश के संगठित और असंगठित मजदूरों और उनके परिवारों के लिए जीवन सुरक्षा एवं विकास के लिए कारगार योजना के भी निर्देश दिए।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर मजदूरों को बहुत ही कम कीमत मात्र पांच रूपए थाली पर श्रम अन्न सहायता योजना के माध्यम से ताजा भोजन उपलब्ध कराया जाता है। डॉ. डहरिया ने औद्योगिक क्षेत्रों में कार्यरत मजदूरों को भी इस योजना से लाभान्वित करने को कहा। उन्होंने मजदूरों के अलावा आम गरीब नागरिकों को भी कम कीमत पर भोजन उपलब्ध कराने पर जोर दिया। अधिकारियों ने बताया कि विकासखण्ड आरंग के अंतर्गत आरंग, मंदिर हसौद और नया रायपुर इन्द्रावती भवन के समीप अन्नपूर्णा सेंटर शुरू करने की योजना हैं। जिस पर डॉ. डहरिया ने सहमति जताया और जहां-जहां कामगर मजदूरों की संख्या अधिकतर हो वहां भी गरीब मजदूरों को इस योजना से लाभान्वित करने को कहा। डॉ. डहरिया ने ई-ठेला, ई-स्मार्ट वेडिंग कार्ड की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने उद्योग विभाग से समन्वय कर इन योजनाओं के तहत बेरोजगारों को भी जोड़ने के निर्देश दिए। साथ ही प्रदेश के बड़ी आबादी वाले गांवों के बेरोजगार युवाओं को भी इस योजना से लाभान्वित किया जाए।
बैठक में डॉ. डहरिया ने मजदूरों के लिए श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न बीमा सुरक्षा योजनाओं की भी जानकारी प्राप्त की। अधिकारियों ने बताया कि श्रमिकों को दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर चार लाख रूपए तथा सामान्य मृत्यु होने पर दो लाख रूपए तक लाभान्वित किया जाता है। अधिकारियों ने बताया कि श्रमिकों की मृत्यु होने पर मृतक व्यक्ति के अंत्येष्ठि के लिए पांच हजार रूपए उपलब्ध कराया जाता है। डॉ. डहरिया ने कहा कि मृतक व्यक्ति के अंत्येष्ठि के लिए तत्काल राशि उपलब्ध हो इसका विशेष तौर पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने मृतक के परिवारों को एक सप्ताह के भीतर दशगात्र संबंधी कार्यों के लिए कम से कम 10-20 हजार रूपए उपलब्ध कराए जाने पर बल दिया।
बैठक में श्रम विभाग के सचिव श्री सुबोध सिंह, उप सचिव श्रीमती दिव्या मिश्रा, श्रमायुक्त श्री एस.एल. जांगड़े, कल्याण आयुक्त श्री अजितेष पाण्डेय, कर्मचारी राज्य बीमा के संचालक डॉ. भसीन, उप श्रमायुक्त श्रीमती सविता मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।