नल जल योजना भी निकला टाय टाय फुस्स .अधिकारी की मनमानी उजागर
जोगी एक्सप्रेस
ब्यूरो अजय तिवारी
सूरजपुर – जिले के भैयाथान जनपद के ग्राम पंचायत बड़सरा के आश्रित ग्राम बस्करपारा में 18 दलित परिवार को अन्य समाज के कुएं से पानी न भरने की खबर पूर्ण जांच के दौरान गलत साबित हुई। वहीं जनपद भैयाथान के मुख्यकार्यपालन अधिकारी डाॅ. नृपेन्द्र सिंह ने इस परिवार को पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के तत्काल मनरेगा से कूप निर्माण की स्वीकृति प्रदान करते हुए कूप निर्माण भी प्रारंभ करा दिया।
विदित हो कि ग्राम बस्करपारा निवासी अवध राम पिता जेठू राम ने विगत 2 मई को कलेक्टर को स्वंम व उसके परिवार के 23 सदस्यों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा मुहैया कराने हेतु आवेदन दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि अन्य समाज के लोग उसे कुएं से पानी भरने नहीं देते हैं। इस संबंध में वस्तुस्थिति का जांच करने जनपद पँचायत के भैयाथान के मुख्यकार्यपालन अधिकारी डाॅ. नृपेन्द्र सिंह व मनरेगा एपीओ भैयाथान पी. एस. पैकरा आज अपने दल बल के साथ ग्राम बस्करपारा फरियादी अवध राम के घर पहुंचे। उन्होंने जब अवध राम से पूछा कि कौन आपको कुएं में पानी भरने नहीं दे रहा तो अवध राम ने बताया की पानी भरने से कोई मना नही करता है एक हैण्डपम्प से पानी लाकर पिते है जिससे भी पानी बहुत कम निकल रहा है ।पानी भरने से मना करने वाली बात वहां पर उपस्थित किसी भी व्यक्ति ने नही बताया जिसके पश्चात परिस्थितियों को देखते हुए उनके द्वारा कलेक्टर सूरजपुर से अनुमति लेकर अवध राम के परिवार को स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से मनरेगा योजना के तहत कूप निर्माण की स्वीकृति प्रदान करते हुए सब इंजीनियर विपीन किशोर खलखो से कूप का ले आऊट करा कूप निर्माण भी प्रारंभ करा दिया।
कई वर्षों से बनी जल योजना की पानी टँकी महज दिखावा
ग्राम पंचायत बड़सरा में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा नल जल योजना के तहत विगत चार वर्षों से पानी टंकी बनाकर महज शो पीस बनाकर रख दिया गया है। वहीं क्षेत्र की जनपद सदस्या सुरुचि सुनील साहू, भाजपा मंडल भैयाथान अध्यक्ष रामू गोस्वामी, युवा भाजपा नेता सुनील कुमार साहू, शिवकुमार पांडेय, मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार उन्मूलन संगठन के रक्षेन्द्र प्रताप सिंह नेतृत्व में ग्रामीणों के द्वारा कई बार आन्दोलन की चेतावनी दिए जाने के बावजूद नल जल योजना का क्रियान्वयन नहीं किया जा सका है। हर बार आन्दोलन को फेल करने के लिए विभाग के आलाधिकारियों द्वारा आश्वासन का झुनझूना लोगों को पकड़ाकर नौ दिन में चले अढाई कोस वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए कभी पाइप लाइन की चेकिंग के नाम पर दो चार मजदूर लेकर इंजीनियर बैठ जाते हैं फिर ग्रामीणों के शांत होते ही विभाग भी धीरे से अपने आदमियों को वापस बुला लेता है। इस प्रकार नल जल योजना पुनः शो पीस बनकर रह जाती है। जबकि माह भर पूर्व ही बिजली विभाग द्वारा नल जल योजना के संचालन हेतु ट्रांसफाॅर्मर लगाकर विद्युत की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है।
गौरतलब है की एक तरफ भीषण गर्मी से क्षेत्र का जलस्तर निचले स्तर पर है जिसके कारण क्षेत्र के कुएं और हैण्डपंप सूख गए हैं। इससे क्षेत्र के सभी लोगों को पेयजल की उपलब्धता के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है वहिं दूसरी तरफ सम्बंधित अधिकारियो की उदासीनता के कारण शासन का लाखों रूपये खर्च कर पानी टँकी बनाने के बाद भी ग्रामीणों को पानी की उपलब्धता नही हो पा रही है।
वही कुछ स्थानीय जानकारों का तो यहां तक कहना है कि सम्बंधित अधिकारियो द्वारा नल जल योजना के तहत पानी टँकी बनाकर अपने स्वार्थो की पूर्ति कर ली गयी है ।अधिकारियो का उद्देश्य सिर्फ निजी लाभ लेना था न की ग्रामवासियो को पानी उपलब्ध कराना ।
इनका कहना है
सम्बंधित क्षेत्र के उपयंत्री के माता जी का तबियत खराब हो जाने के कारण वह अभी छुट्टी पर हैं उनके आने के बाद ही काम चालू हो पायेगा।
के.पी.देवांगन
एसडीओ
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी
प्रतापपुर
पानी भरने से मना करने वाली बात पूर्ण रूप से मिथ्या थी लेकिन पानी की कमी जरूर थी जिसको देखते हुए तत्काल कलेक्टर महोदय से अनुमति लेकर पानी की पर्याप्त उपलब्धता कराने हेतु मनरेगा योजना से कूप निर्माण प्रारम्भ करा दिया गया है
डा.नृपेंद्र सिंह
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जनपद पँचायत भैयाथान