मुख्यमंत्री ने नव विवाहित दम्पत्तियों को दिया आशीर्वाद
मरार पटेल एक मेहनतकश समाज : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल : शीतगृह बनाने के लिए मिलेगी सब्सिडी
छत्तीसगढ़ को समृद्ध बनाने बचाना होगा नरवा, घुरवा, गरवा और बाड़ी
मवेशियों के दैहान क्रांकीटीकरण के लिए होगी पहल शाकम्भरी महोत्सव में शामिल हुए बघेल
रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ का मरार पटेल समाज एक मेहनतकश समाज है। इस समाज के लोग अपनी मेहनत से साग-भाजी का उत्पादन कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज गरियाबंद जिले के राजिम के मेला मैदान में प्रदेश कोसरिया मरार पटेल समाज द्वारा आयोजित ‘शाकम्भरी महोत्सव और युवक-युवती परिचय सम्मेलन’ को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर श्री बघेल ने मां शाकम्भरी देवी की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने महोत्सव स्थल में आयोजित सामूहिक आदर्श विवाह समारोह में विवाहित मरार पटेल समाज के नव दम्पत्तियों को सुखद गृहस्थ जीवन का आशीर्वाद दिया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि सब्जियों के अधिक उत्पादन के लिए आधुनिक पद्धतियों से जुड़ने की आवश्यकता है और इसके लिए शिक्षा भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मरार पटेल समाज सोसायटी बनाकर सामूहिक रूप से सब्जी-भाजी का व्यवसाय कर सकते हैं। पटेल समाज के लोगों द्वारा सब्जियों के संरक्षण के लिए शीतगृह (कोल्ड स्टोरेज) की मांग पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि अगर पटेल समाज के लोग मिलकर सोसायटी बनाते हैं, तो उन्हें शासन द्वारा शीतगृह के लिए सब्सिडी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि मिलकर बड़ी मात्रा में साग-सब्जियो का उत्पादन कर बिक्री के लिए प्रदेश से बाहर भेजा जाए, तो सब्जियों की अधिक कीमत मिलेगी।
श्री बघेल ने कहा कि गरीब, किसान, मजदूर और प्रदेश के सभी समाज के लोग मजबूत होंगे, तभी छत्तीसगढ़ मजबूत होगा। इसी सोच के साथ प्रदेश के किसानों का 6100 करोड़ रूपये का कृषि ऋण माफ कर दिया गया, साथ ही धान का मूल्य प्रति क्विंटल 2500 रूपये किया गया है। धान का मूल्य बढ़ने के बाद अंतर की राशि किसानों के खाते में मार्च तक पहुंच जायेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को समृद्ध बनाना है तो हमें छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी ‘नरवा, घुरवा, गरवा और बाड़ी’ को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि गोबर से जैविक खाद और गोबर गैस बनायी जा सकती है। जैविक खाद के उपयोग से गुणवत्तायुक्त अनाज और साग-भाजियों का उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि मवेशियों के दैहान (गौठान) के क्रांकीटीकरण के लिए भी पहल की जायेगी। प्रत्येक विधानसभा में कम से कम 10 गौठानों के कांक्रीटीकरण का कार्य शुरू करेंगे, जहां मवेशियों के लिए चारा-पानी की व्यवस्था होगी। श्री बघेल ने शराब बंदी के विषय में कहा कि मरार समाज के लोग संकल्प लें कि आज के बाद शराब नहीं पीयेंगे। इसी तरह सभी समाज के लोगों को शराब नहीं पीने का संकल्प लेना चाहिए। शराब बंदी के लिए सामाजिक जागरण और सामाजिक चेतना जरूरी है। सभी समाज इसके लिए आंदोलन चलायेंगे तो प्रदेश में शराब बंदी का लक्ष्य पूर्ण हो जायेगा।
इस अवसर पर लोकसभा सासंद श्री चन्दू लाल साहू ने कहा कि समाज के विकास में शिक्षा का विशेष महत्व है, ऊंची सोच के साथ समाज तरक्की कर सकता है। उन्होंने कहा कि पटेल समाज केवल साग-भाजी के नाम से ही नहीं बल्कि लगन, मेहनत और ईमान के नाम से भी पहचाना जाता है। श्री साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बिना भेदभाव के सामाजिक समरसता के साथ सभी समुदाय एक साथ रहते हैं, जो हमारे राज्य की प्रमुख विशेषता है। पटेल मरार समाज आगे बढ़े, शिक्षित हो और संगठित हो, यही शुभकामना है।
राजिम विधायक श्री अमितेष शुक्ल ने पटेल समाज को बधाई देते हुए कहा कि आज राज्य सरकार नई ऊर्जा, उत्साह और विश्वास के साथ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मरार समाज के मेहनतकश लोग महानदी और पैरी नदी के तट पर सब्जी-भाजी का उत्पादन करते हैं, लेकिन रेत खनन के कारण उन्हें कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता था, अब इन परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब उनके द्वारा उत्पादित सब्जी-भाजी के लिए कोल्ड स्टोरेज का निर्माण भी किया जाएगा, जिससे उन्हें और ज्यादा लाभ मिलेगा। उन्होंने इस अवसर समाज की खुशहाली और तरक्की के लिए कामना की।
इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री संतोष उपाध्याय, नगर पंचायत राजिम के अध्यक्ष पवन सोनकर, नगर पालिका महासमुंद के अध्यक्ष पवन पटेल, कोसरिया मरार समाज के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र नायक, मरार समाज के प्रदेश संरक्षक ब्रह्मदेव पटेल तथा पुरूषोत्तम पटेल, रोशन पटेल, के.के. पाटिल, सुनील पटेल एवं पटेल समाज के प्रमुख पदाधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।