वंदे मातरम पर बढ़ा विवाद तो मध्यप्रदेश सरकार ने लिया यू-टर्न
भोपाल : राज्य शासन द्वारा नये स्वरूप में भोपाल में वन्दे-मातरम् गायन की व्यवस्था की गई है। नयी व्यवस्था में शौर्य स्मारक से प्रात: 10.45 बजे प्रारंभ होकर पुलिस बैण्ड राष्ट्रीय भावना जाग्रत करने वाले गीतों की धुन बजाते हुए वल्लभ भवन पहुँचेगा। आम जनता भी पुलिस बैण्ड के साथ चल सकेगी। पुलिस बैण्ड और आम जनता के वल्लभ भवन पहुँचने पर राष्ट्रीय गान ” जन-गण-मन” और राष्ट्रीय-गीत “वन्दे-मातरम्” गाया जायेगा। वल्लभ भवन प्रांगण में राज्य शासन के अधिकारी-कर्मचारी भी वंदे-मातरम् कार्यक्रम में शामिल होंगे।
नये स्वरूप में वन्दे मातरम् गायन का यह कार्यक्रम प्रत्येक माह के प्रथम कार्य-दिवस पर ही होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सहित राज्य मंत्रि-परिषद् के सदस्य क्रम से शामिल होंगे। संभाग/जिला मुख्यालय पर भी कार्यक्रम प्रतिमाह के प्रथम कार्य दिवस पर कार्यालय प्रारंभ होने के तत्काल पूर्व समारोहपूर्वक आयोजित किया जायेगा। इसमें राष्ट्र-गान और राष्ट्र-गीत का गायन होगा।
नये स्वरूप में कार्यक्रम को आकर्षक बनाकर आम-जनता को इसमें शामिल होने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। आम जनता की भागीदारी से “वन्दे मातरम्” गायन का यह कार्यक्रम भोपाल के आकर्षण के बिन्दुओं में से एक बन सकेगा।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व “वन्दे मातरम्” गायन का कार्यक्रम राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम कार्य-दिवस को सिर्फ शासकीय अधिकारी/कर्मचारियों की सहभागिता से ही किया जाता था। अब कार्यक्रम में पुलिस बैण्ड और आम जनता की सहभागिता भी सुनिश्चित की गई है।