जमाल खशोगी मर्डर : सऊदी अधिकारी ने बताई साजिश की कहानी
रियाद : पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी अरब की सफाई पर विश्व को भरोसा नहीं हो रहा है। क्राउन प्रिंस के आलोचक रहे खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी की तरफ से अब नया बयान जारी किया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुमनामी की शर्त पर हत्या की साजिश कैसे रची गई और कैसे खशोगी के शव को ठिकाने लगाया गया, इसकी पूरी कहानी शेयर की है।
अधिकारी के अनुसार 15 लोगों की टीम खशोगी से आमने-सामने पूछताछ के लिए भेजी गई थी।
2 अक्टूबर को इन्हीं लोगों ने पत्रकार से सवाल-जवाब शुरू किए और फिर उन्हें किडनैप करने और जान से मारने की धमकी दी।
पत्रकार के विरोध जताने के बाद उनकी गला रेतकर हत्या कर दी गई और फिर उन्हीं 15 लोगों में से एक खशोगी के कपड़े पहनकर दूतावास से बाहर निकल गया।
पत्रकार जमाल की हत्या की बात सऊदी अरब ने पहले 2 सप्ताह नहीं स्वीकार की थी। हालांकि 2 अक्टूबर को आखिरी बार देखे गए 59 साल के पत्रकार की हत्या होने की बात आखिरकार सऊदी ने स्वीकार ली।
पहले शनिवार की सुबह सऊदी की तरफ से झड़प में मारे जाने की बात कही, लेकिन एक घंटे बाद ही पत्रकार की गला रेतकर हत्या करने की बात कही।
तुर्की की जांच एजेंसियों का दावा है कि पत्रकार के शव को क्षत-विक्षत कर नष्ट कर दिया गया।
सऊदी अरब का कहना है कि खशोगी के शव को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया और उसे एक बोरे जैसी चीज में लपेटकर स्थानीय सफाईकर्मी को नष्ट करने के लिए दे दिया गया।
हालांकि, खशोगी को यातना देने और गला काटने की खबरों पर स्थानीय अधिकारी ने कहा कि अब तक की जांच में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं।