मोबाईल मेडिकल यूनिट के जरिए दूरस्थ अंचलों में ग्रामीणों को दी जा रही है बेहतर प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं
रायपुर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा मोबाईल मोडिकल युनिट के जरिए प्रदेश के दूरस्थ अंचलों में ग्रामीणों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही है। मेडिकल यूनिट द्वारा ग्रामीणों को उनके गांवों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से निःशुल्क जांच एवं उपचार किया जा रहा है। साथ ही उन्हें मुफत दवाइयां उपलब्ध करायी जा रही है। उल्लेखनीय है कि गत दिनों मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के दूरस्थ अंचलों में ग्रामीणों को त्वरित उपचार के लिए चलित चिकित्सा इकाई वाहन की शुरूआत की थी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि मोबाईल मेडिकल युनिट सेवा प्रारंभ होने से ग्रामीणों को त्वरित उपचार सुविधा मिल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में मरीज को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चलित चिकित्सा इकाई (मोबाईल मेडिकल यूनिट) गत दिनों 16 जिलों में प्रारंभ किया गया था। चलित चिकित्सा इकाई के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ को संलग्न किया गया है। राज्य के 16 जिलों में 30 चलित चिकित्सा इकाई का संचालन किया जा रहा है। बस्तर, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, कांकेर, सरगुजा, कोरिया, जशपुर, राजनांदगांव, सूरजपुर, बेमेतरा, गरियाबंद, मुंगेली, कोण्डागांव जिले में 2-2 तथा दंतेवाड़ा और कवर्धा जिले में 1-1 चलित चिकित्सा इकाईयों के माध्यम से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अधिकारियो ने बताया कि चलित चिकित्सा इकाई में एक चिकित्सक, एक नर्स, एक फार्मासिस्ट, एक लेब टेक्नीशियन तथा एक वाहन चालक की टीम है। मोबाईल यूनिट में माइक्रोस्कोप, वजन मशीन, बी.पी. मशीन, इंकुबेटर, नेबुलाइसर, सक्सन अपरेटस, आक्सीजन सिलेण्डर सहित लगभग 60 प्रकार के मशीन उपकरण और सहायक सामग्री तथा दवाईयॉं उपलब्ध करायी गयी है।
अधिकारियो ने बताया कि वाहन जी.पी.एस. सुविधायुक्त है, जिससे ऑनलाईन जानकारी मिलती है। मोबाईल मेडिकल यूनिट में छोटी-मोटी बीमारियों का ईलाज चर्म रोग, सर्दी, खांसी, बुखार, छोटी शल्य क्रिया, सर्प, जानवरों के काटने का ईलाज व संदर्भन, टी.बी., मलेरिया, कुष्ठ एवं अन्य संक्रामक रोग, गैर संचारी रोग, उच्च रक्त चाप, मधुमेह, मोतियाबिंद, मानसिक रोग, तंबाकू से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जा रहा है। साथ ही वृद्धजनों का उपचार में प्राथमिकता दी जा रही है। यूनिट के जरिए खून और पेशाब की जांच तथा संदर्भन सेवाएॅं के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर चिकित्सा सेवायें प्रदान की जा रही है।