October 24, 2024

इमामी सीमेंट प्लांट से ग्राम रिसदावासी लाभान्वित, 1 लाख से ऊपर हुआ पौधरोपण, रोजगार का मिला अवसर

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भानु प्रताप साहू/गुनीराम साहू
*बलौदाबाजार*। पूरे प्रदेश में बलौदाबाजार जिला वैसे तो सीमेंट नगरी कहलाती है जिसके कारण प्रदेश भर में आज एक अलग पहचान से जाना जाता है यहाँ सीमेंट प्लांट के स्थापना से क्षेत्र में बेरोजगारी जैसे मुद्दे कम दिखाई पड़ रहे है वही लोगो को गांवघर मे रोजगार के अवसर मिलने के कारण सीमेंट प्लांट की अहम भूमिका दिख रही है मुख्यालय से लगा ग्राम रिसदा में सन 2007 से प्रक्रियाधीन रही इमामी सीमेंट प्लांट दिसम्बर 2016 से प्रोडक्शन प्रारंभ होने के बाद से आज पूरे छत्तीसगढ़ में द्वितीय पायदान पर है कंपनी सूत्रों का कहना है कि सीमेंट की उच्च गुडवत्ता की जांच रोबोटिक तरीके से अन्य सीमेंट की तुलना में गुडवत्ता की जांच की जाती है जिससे आज इमामी डबल वूल सीमेंट की मांग बाजार में दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और आज लोगो की पहली पसंद हो गई है क्षेत्र में कंपनी की स्थापना के बाद से ग्राम रिसदा में कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत काफी सारे कार्य किये गए जिससे ग्राम के विकास में अहम भूमिका माना जा रहा है। वही कंपनी दिन-प्रतिदिन ग्राम के विकास हेतु तत्पर दिखाई दे रही है।
*सैकड़ों को मिला प्रशिक्षण*
प्लांट के स्थापित होने के बाद से यहाँ पर कंपनी ने लवलीवुड प्रशिक्षण केंद्र सहित ब्यूटीशियन संस्था खोलकर महिलाओं के उत्थान का कार्य कर हजारों महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित कर रोजगार का अवसर दिया। जिससे आज हजारों महिलाएं स्वयं का व्यवसाय कर रही है और अपनी आमदनी सहित आजीविका चला रही है जिससे ग्राम वासियों को आज कंपनी का अहम योगदान मिल रहा है।
*पानी की पर्याप्त व्यवस्था*
जिले के कई ग्राम महानदी के समीप होने पर भी इस वर्ष ग्रीष्म ऋतु में सूखे की चपेट में था लेकिन कंपनी के अनुसार क्षेत्र में कंपनी द्वारा लगभग 8 ट्यूबबेल कराए गए है जो इस वर्ष भीषण गर्मी में पर्याप्त पानी दे रहा था जिससे ग्रामवासियों को पानी की पर्याप्त सुविधा मिल रहा था। वही पानी की भरपूर सुविधा के कारण अन्य गांव की अपेक्षा रिसदा वासियों को पानी की समस्या से दो-चार होना नही पडा। जिससे गांव में खेती भी प्रभावित नही हुआ।
*हरियर छत्तीसगढ़ में विशेष भूमिका*
प्रदेशभर में बलौदाबाजार जिला वैसे तो मैदानी क्षेत्र कहलाता है और भीषण गर्मी के कारण ताफमान उफान पर रहता है जिसे कंपनी ने दृष्टिगत रखते हुये हरियर छत्तीसगढ़ में विशेष भूमिका निभाते हुए लगभग आज तक 1 लाख से ऊपर विभिन्न पेड़ पौधों का रोपण किया। जिससे क्षेत्र में इन पौधों के कारण गर्मी के दिनों में ताफमान पर कुछ गिरावट देखा जा सकता है और आज गांव हरा भरा प्रतीत हो रहा है।
*हजारों को मिला रोजगार*
जिले के सटे ग्राम रिसदा मे इमामी सीमेंट प्लांट के संचालन के बाद से हजारों स्थानिय नागरिकों को रोजगार का अवसर मिला। जिससे आज स्थानिय नागरिकों को पलायन की जरूरत नही पड़ रही है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्लांट के संचालन के पूर्व यहाँ के दर्जनों परिवार के लोगो को पर्याप्त रोजगार उपलब्ध नहीं मिलने पर अन्य जिलों सहित अन्य प्रदेश में पलायन किया जाता था लेकिन कुछ वर्ष पहले रोजगार लेके आयी कंपनी से आज क्षेत्र में रोजगार की कमी नही दिखाई पड़ रही है और जिस ग्रामीणों की जमीन कंपनी ने लिया उसे मुआवजा सहित परिवार के एक सदस्य को रोजगार भी उपलब्ध कराया जिसके कारण आज कंपनी में लगभग 90 प्रतिशत श्रमिक छत्तीसगढ़ के मिल निवासी है।

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