चिरमिरी मे पानी के लिए घंटो हुआ बवाल
जोगी एक्सप्रेस
अंकुश गुप्ता
चिरमिरी। कॉलरी द्वारा पीछले छह दिनों से पानी सप्लाई नहीं किए जाने के विरोध में छोटा बाज़ार के कोयला कामगारों द्वारा महिलाओं, बच्चों सहित सिविल विभाग कार्यालय स्थित फिल्टर प्लांट जाकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन उपक्षेत्रीय प्रबंधक सुधीर कुमार को मौके पर बुलाने पर अड़ी रही। खबर को पाकर स्थानीय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल मौके पर पहंुचे और एसईसीएल के सीएमडी बी आर रेड्डी से चर्चा कर भरपुर पानी देने व कल से ही 10 नग वाटर टैंकरों को किराए पर लेकर ऐसी जगहों पर पानी वितरण करने की बात सुनकर प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं का गुस्सा शांत हुआ।
गौरतलब है कि चिरमिरी के विभिन्न क्षेत्रों में इन दिनों पानी की किल्लत बनी हुई है, एसईसीएल द्वारा खदानों के अंदर बने जिन डेम या तालाबों से पानी सप्लाई किया जाता था, उनका जलस्तर गिर चुका है। प्रोडक्शन और कोयले में लगी आग पर पानी छिड़काव करने के लिए कॉलरी क्वाटरों में चलने वाली सप्लाई की कटौती की जा रही है, चिरमिरी की विभिन्न क्षेत्रों में चार-पांच दिनों के गैप पर पानी सप्लाई किया जा रहा है, जिससे लोग परेशान है। प्रबंधन पानी का कोई दूसरा विकल्प न होना बता रही है, जिससे क्वाटरों में हो रही सप्लाई की कटौती करना उनकी मजबूरी बनी हुई हैै। लोगों ने बताया कि दलगंजन दफाई में 6 दिन, कच्ची दफाई में 5 दिनों से पानी नहीं आया है, कपड़े धोने, नहाने तक को पानी नहीं है। अधिकारियों के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिस कारण मजबूरन फिल्टर प्लांट का घेराव करना पड़ा। सुबह 8 बजे से ही फिल्टर प्लांट पर छोटे-छोटे बच्चों को भी साथ लिए महिलाएं दोपहर तक फिल्टर प्लांट के अंदर बैठी रही। महिलाओं का गुस्सा इस कदर था कि अधिकारियों ने पुलिस को भी मौके पर बुला लिया। धीरे-धीरे पूरे वार्ड की सैकड़ो महिलाएं यहां एकत्र हो गई, अपने साथ पानी की बर्तन लिए पानी मांगते हुई घंटो तक धरणा प्रदर्शन किया। कोयला कामगार और महिलाएं किसी भी अधिकारी की बात सुनने को तैयार ही नहीं थी उनका कहना था हम जो भी कहेंगे सबएरिया मैनेजर से कहेेंगे। विधायक के बुलाए जाने पर लगभग 11.30 बजे सबएरिया मौके पर पहंुचे। सीविल व फिल्टर प्लांट के इंचार्ज प्रदर्शन न करने को कहते रहें, उनका कहना था कि हमारे पास पानी है ही नहीं, कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है, पानी सप्लाई कैसे करें, आप लोगों के घरों में सप्लाई देने के साथ प्रोडक्शन के लिए भी पानी को बचाना जरुरी है। महिलाओं का आक्रोश इस तरह हावी था कि कार्यालय में उपस्थित सीविल इंजीनियर श्री कश्यप, सहायक अभियंता आरके कश्यप सहित अन्य अधिकारियों को बंधक बनाकर कार्यालय में बंद कर दिया गया एंव गेट के सामने पानी की भारी समस्या को लेकर जो भी महिलाओं को समझाने की कोशिश करता उसको भी बूरा भला सूनना पड़ा। वही महिलाओं का कहना था कि केवल खुन पसीना बहाने वाले कोयला कामगारों के घरों का ही पानी में कटौती क्यों की गई? अगर पानी की किल्लत है तो अधिकारियों के घरों में होने वाले सप्लाई में भी कटौती की जानी चाहिए। इस मौके पर स्थानीय पार्षद और जनप्रतिनिधि साबिर खान, तारकनाथ घोष, मुख्तार खान, अनवर खान, जाहिद अहमद, गीता, मनोज भोय, रिद्धि भार्गव भी फिल्टर प्लांट में पहंुच श्रमिकों के साथ हंगामा करते रहें।