रायपुर ,छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे आज सुबह गरियाबंद पहुँचीं.उल्लेखनीय है कि  बाल मित्र राज्य की अवधारणा को साकार करने  के उद्देश्य आयोग द्वारा प्रदेश भर में ‘बाल चौपाल’ का आयोजन किया जा रहा है.  इसी कड़ी में आज आयोग द्वारा गरियाबंद के ग्राम सुरसाबांधा में ‘बाल चौपाल’ लगाई गई. बाल चौपाल में बड़ी संख्या में मौजूद बालिकाओं और ग्रामीणों को बच्चों के अधिकारों और क़ानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गयी. इसके बाद श्रीमती दुबे ने गरियाबंद के कलेक्टोरेट भवन में गरियाबंद जिले में बाल अधिकारों के प्रभावी संरक्षण हेतु किये जा रहे कार्यों की समीक्षा के लिए सम्बंधित जिला अधिकारियों की बैठक ली.बैठक में श्रीमती दुबे ने बच्चों को नशीली वस्तुओं से दूर रखने व विक्रय करने वालों  पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए .साथ ही उन्होंने  शराब दुकानों में बच्चों को शराब न बेचने की सूचना का प्रदर्शन करने निर्देश भी दिए .उन्होंने जिला कलेक्टर को नियम विरुद्ध चल रहे स्कूलों पर सख्त कार्यवाही करने और सभी आश्रम शालाओं में सी० सी०टी०वी० कैमरे लगाने के निर्देश दिए.बैठक में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने आयोग की अध्यक्ष श्रीमती दुबे द्वारा की गयी महत्वपूर्ण अनुशंसाओं और निर्देशों का पालन करने हेतु सभी सम्बंधित विभागों को निर्देशित किया.बैठक में जिला पंचायत सी०ई०ओ० श्री विनीत नंदनवार  ने बताया कि बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने जिला पंचायत के माध्यम से कौशल विकास के तहत लाइवलीहुड  कॉलेज में कई प्रकार के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं. स्वास्थ्य अधिकारी श्री सूर्यकांत तिवारी ने बताया कि बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जिले के 197 स्वास्थ्य केंद्रों में सप्ताह में 2 बार नियमित रूप से निःशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है. जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती जगरानी एक्का ने बताया कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में बाल संरक्षण समिति का गठन हुआ। प्रोजेक्टर व वाल रायटिंग के माध्यम से लोगो को बच्चों के प्रति जनजागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है.बैठक में आयोग की सदस्य श्रीमती इंदिरा जैन, जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य ,आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्री एल०आर० कश्यप और पुलिस विभाग के अधिकारियों सहित बच्चों से कल्याण से सम्बंधित अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे.