सूरजपुर – शादी के लगन की शुरुआत होने के साथ साथ कई स्थानो में बाल विवाह कराने का प्रयास किया जा रहा है इन प्रयासो को रोकने के लिये जिले भर में बाल विवाह अवरोधक द्स्ता के मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर अधिनियम एवं अपराध की जानकारी देते हुए समझाईस दे रहा है । प्राप्त जानकारी के अनुसार टीम को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम पंचायत पचिरा में एक 17 वर्षिय नाबालिक लड़की की सगाई होने जा रही है और आगामी लगन में विवाह कर दिया जायेगा, जिसपर महिला बाल विकास विभाग, चाईल्ड लाईन की टीम मौके पर पहुंची। जहां दस्तावेजों से पता चला की बालिका मात्र 17 वर्ष की है। लड़की की सगाई एवं विवाह तिथि का निर्धारण होने वाला था, दोनों पक्ष आगामी 10 दिनों में विवाह की चर्चा कर रहे थे। जिन्हें समझाईस देते हुए बताया गया कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत् दोनो पक्षों को इस प्रकार के कृत्य के लिये सजा हो सकती है, बाल विवाह एक गंभीर अपराध है। बालिका की उम्र 18 वर्ष होने से पहले यदि विवाह होता है तो परेशानी बढ़ सकती है। जिसके पश्चात दोनों पक्ष एक वर्ष बाद विवाह करने को राजी हो गये । लड़के पक्ष के लोगों एवं लड़की पक्ष दोनों का संयुक्त पंचनामा तैयार कर विवाह एक वर्ष के लिए स्थगित कर दिया गया तथा दोनों पक्ष के लोगों ने भविष्य में अन्य लोगो को भी बाल विवाह नही करने हेतु समझाने का संकल्प लिया। वही ग्राम पंचायत डुमरिया में एक 16 वर्षिय बालिका के विवाह की सूचना पर टीम ने जाकर समझाईस दी कि बालिका का इस उम्र में विवाह करना उसके लिए कितना नुकसानदायक है। बालिका की जान भी बाल विवाह के कारण जा सकता है। क्योंकि बालिका के शारिरिक विकास नहीं होने पर यह उसके लिए प्राण घातक हो सकता है वहीं नगर पालिका सूरजपुर के वार्ड क्र0 02 में 03 बाल विवाह की सूचना पर टीम ने महगांव में जांच की तो पाया की 3 में से 2 बालिका नाबालिक थे, और एक बालिक है । जिस पर जिले के अधिकारियों द्वारा उसे धूमधाम से विवाह करने को कहा गया। मगर दो नाबालिकों के विवाह पर वार्ड पार्षद एवं अन्य के समक्ष पंचनामा तैयार कर दोनों नाबालिकों के अभिभावकों को एक वर्ष इंतजार कर अगले वर्ष विवाह करने की समझाईस दी गई जिसके बाद सभी सहर्ष विवाह नहीं करने को तैयार हो गये।
इस दौरान टीम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल विधिक सह परीविक्षा अधिकारी अमित भारिया, पर्यवेक्षक शुशीला लकड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता अंजनी साहू, चाईल्ड लाईन से आनन्द सिंह, सोनू, कृष्णकांत, हरकेष, विमला राजवाड़े, बालिन्द प्रसाद सिंह इत्यादि सक्रिय रहे।