मुख्यमंत्री ने भोपालपट्टनम में लगभग 312 करोड़ रूपए की लागत के 36 विकास कार्यो का लोकार्पण-भूमिपूजन और शिलान्यास किया। उन्होंने इनमें से लगभग 208 करोड़ रूपए की लागत के 14 कार्यो का लोकार्पण और लगभग 104 करोड़ रूपए की लागत के 22 कार्यो का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंचल में लगभग 132 करोड़ रूपए की लागत से पुल-पुलियों का निर्माण किया जा रहा है। बीजापुर से भोपालपट्टनम तक बारहमासी सड़क बन गई है। भोपालपट्टनम के पास बन रहे अंतर्राज्यीय पुलों का निर्माण पूर्ण होने पर भोपालपट्टनम व्यापार और व्यवसाय के एक बड़े केन्द्र के रूप में उभरेगा। इससे क्षेत्र की अर्थ व्यवस्था में काफी परिवर्तन आएगा। उल्लेखनीय है कि भोपालपट्टनम के पास तिमेड़ में महाराष्ट्र की सीमा पर इन्द्रावती नदी पर 220 करोड़ रूपए की लागत से अंतर्राज्यीय पुल का निर्माण किया जा रहा है। इसी तरह भोपालपट्टनम-वारंगल-हैदराबाद मार्ग पर तीन पुलों का निर्माण 67 करोड़ रूपए की लागत से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 6336 किसानों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के बोनस के रूप में लगभग 7 करोड़ 68 लाख रूपए की राशि का वितरण कम्प्यूटर पर क्लिक कर किसानो के खाते में किया। उन्होंने चार हजार ग्रामीणों को आबादी पट्टे, श्रम विभाग सहित विभिन्न विभागों  की कल्याणकारी योजनाओं में हितग्राहियों को सामग्री और सहायता राशि के चेक वितरित किए। मुख्यमंत्री ने श्रम विभाग की योजना के तहत श्रमवीरों को 1000 साइकिलों का वितरण किया।
उन्होंने आम सभा में बताया कि बीजापुर में 132 केवी  क्षमता का निर्माणाधीन विद्युत उपकेन्द्र जल्द पूरा होगा। इससे भोपालपट्टनम क्षेत्र के गांवों में बिजली के कम-वोल्टेज की समस्या का समाधान हो जाएगा। डॉ. सिंह ने कहा कि भारत नेट और बस्तर नेट परियोजना के अंतर्गत ग्रामीण अंचलों में इन्टरनेट और मोबाईल कनेक्टिविटी देने के लिए आप्टिकल केबल बिछाये जा रहे हैं। भोपालपट्टनम क्षेत्र में भी अगले दो माह में केबल बिछा दिए जाएंगे और लोगों को बेहतर मोबाईल कनेक्टिविटी मिलेगी। उन्होंने सूचना क्रांति योजना ’स्काई’ की जानकारी देते हुए कहा कि विकास यात्रा के दूसरे चरण में महाविद्यालय के विद्यार्थियों, महिलाओं, किसानों, श्रमवीरों और ग्रामीणों को 55 लाख स्मार्ट फोन निःशुल्क वितरित किए जाएंगें। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से मुख्यमंत्री खाद्य सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना और आयुष्मान भारत योजना की जानकारी ग्रामीणों को दी।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में इलमिली और नैमेड़ में निर्मित, दो विद्युत सब-स्टेशन,  भोपालपट्टनम बंीजापुर मार्ग पर पांच पुलों, भैरमगढ़ मे नव निर्मित महाविद्यालय भवन, मददैड़ की नल-जल योजना, सात गांवों की नल-जल योजना, पांच नव-निर्मित थाना भवनों, उसूर के आईटीआई भवन का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने जिन कार्यो का शिलान्यास किया उनमें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत बनने वाली नौ नई सड़कें, भोपालपट्टनम में अंतर्राज्यीय बस स्टेण्ड और टीप्पापुर-पामेड़ सड़क के कार्य शामिल हैं।