पुलिस अधीक्षक के मौखिक आश्वासन के पश्चात पत्रकारों का धरना समाप्त
जोगी एक्सप्रेस
सूरजपुर : प्रतापपुर थाना प्रभारी दीपक भारद्वाज के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मांग को लेकर पत्रकारों का धरना पुलिस अधीक्षक सूरजपुर के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया।
विदित हो कि शनिवार की रात नगर के आनन्द डेयरी में थाना प्रभारी दीपक भारद्वाज ने एसडीओपी के साथ बैठे पत्रकार नविन जायसवाल,राजेश गुप्ता,राजेश गर्ग व सचिन तायल के साथ बदसुलकी करने के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए अभद्र गालियां तथा धमकी भी दी थी। जिसके बाद स्थानीय पत्रकार नगरवासियों के साथ रात में थाने के बाहर मुख्य द्वार पर धरने पर बैठे थे जिसके बाद एसडीओपी प्रतापपुर ने पुलिस अधीक्षक से बात किया तथा दीपक भारद्वाज के विरुद्ध कार्यवाही करने का आश्वासन दिया जिसके बाद धरना समाप्त हुआ।जिसके दूसरे दिन एसडीओपी ने पीड़ित पत्रकारों के साथ प्रत्यक्ष दर्शियों का बयान भी दर्ज किया था। इस दौरान पीड़ित पत्रकारों के द्वारा प्रभारी के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने शिकायत भी दर्ज करायी थी किन्तु घटना के कई घण्टे बाद भी जब थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही नही की गयी तो पत्रकारों ने कार्यवाही की मांग को लेकर धरना देने का निर्णय लेते हुए ज्ञापन भी प्रस्तुत किया और तय कार्यक्रम के अनुसार थाना के सामने ही धरना प्रारम्भ कर दिया। धरना के दूसरे दिन पत्रकारों के जिला प्रतिनिमण्डल ने पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर. पी. साय से मुलाक़ात की जिसमें ब्लॉक अध्यक्ष कृष्ण मुरारी शुक्ला शुक्ला,जिलाध्यक्ष अशोक गुप्ता,प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन और अवधेश पांडे ने मुलाक़ात की।उन्होंने एसपी के समक्ष सारी बात रखते हुए स्थिति से अवगत कराया। जिसके बाद एसपी ने उन्हें आश्वासन दिया कि थाना प्रभारी के खिलाफ जांच के बाद कार्यवाही की जायेगी जिसमे सीएसपी डी.के.सिंह के नेतृत्व में जांच दाल गठित की गयी है जो पुरे मामले की जांच करेगा तथा जाँच उपरांत थाना प्रभारी के ऊपर कार्रवाई की जायेगी। जिसके पश्चात एसडीओपी आर.के. शुक्ला ने टीम के साथ पत्रकारों से मुलाक़ात कर एसपी द्वारा दिए गए आश्वासन की जानकारी दी जिसके बाद पत्रकारों ने धरना समाप्त करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान नवीन जायसवाल,राजेश गर्ग,अवधेश पांडे,राजेश गुप्ता,चंद्रिका कुशवाहा प्रदीप कश्यप,विवेक उपधायय प्रिन्स अग्रवाल ,राजा खान,जिशान खान,सचिन तायल सहित अन्य पत्रकारों के साथ स्थानीय नगरवासी शामिल रहे।