रायपुर-मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज प्रदेश व्यापी विकास यात्रा के दौरान सूरजपुर जिले के ग्राम उचडीह में विशाल आम सभा को संबोधित किया। उन्होेंने कहा- नया सूरजपुर जिला विकास की राह पर सूरज की तरह चमकता हुआ लगातार आगे बढ़ रहा है। सूरजपुर को वर्ष 2012 में जिला बनाया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा-जिला निर्माण के बाद इस अंचल के किसानों, मजदूरों और आदिवासियों सहित समाज के सभी जरूरतमंद वर्गो के जीवन में काफी बदलाव आया है। जिला बनने से यहां विकास की गति में तेजी आयी है। सूरजपुर प्रदेश में सबसे ज्यादा फल और फूलों का उत्पादन करने वाला जिला है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह प्रदेश व्यापी विकास यात्रा के दौरान सूरजपुर जिले के उचडीह ग्राम में आयोजित आमसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आम सभा में इस अंचल के वरिष्ठ आदिवासी नेता, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और पूर्व सांसद स्वर्गीय श्री शिवप्रताप सिंह को विशेष रूप से याद किया और जिले के ओड़गी स्थित शासकीय महाविद्यालय का नामकरण उनके नाम पर करने की घोषणा की। डॉ. सिंह ने शासकीय महाविद्यालय सिलफिली का नामकरण क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी नेता पूर्व सांसद स्वर्गीय श्री मुरारी लाल सिंह के नाम पर करने का भी ऐलान किया।
डॉ. रमन सिंह ने आम सभा में सूरजपुर जिले के विकास के लिए 226 करोड़ 77 लाख रूपए की लागत के विभिन्न कार्यो का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने शासन की कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत 21 हजार 991 हितग्राहियों को 7 करोड़ 78 लाख रूपए की सामग्री और अनुदान सहायता राशि के चेक वितरित किए। मुख्यमंत्री ने जिले के किसानों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के बोनस के रूप में 40 करोड़ की राशि कम्प्यूटर पर क्लिक करके किसानों के खाते में भेजी। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि आगामी चार माह में सूरजपुुर जिले सहित प्रदेश के हर घर में बिजली पहंुचेगी और सभी मजरों-टोलों का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण होगा।
गृह मंत्री श्री रामसेवक पैकरा, श्रम, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री भईयालाल राजवाड़े, लोकसभा सांसद श्री कमल भान सिंह मरावी, राज्य सभा सांसद श्री रामविचार नेताम, पूर्व मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थी। मुख्यमंत्री ने कहा-सूरजपुर जिले में किसानों के लिए खेती किसानी के अलावा फल-फूलों के उत्पादन का व्यवसाय भी उनकी आमदानी का अतिरिक्त जरिया बन रहा है। सूरजपुर जिले में 10 हजार डबरियों में मछलीपालन और किसानों को अरहर बीज का मिनी किट देकर दलहन की खेती को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, जो सराहनीय है। यह कार्यक्रम सूरजपुर निवासियों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने और उन्हें आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास यात्रा में 2400 करोड़ रूपए की बोनस राशि का वितरण किया जाएगा। इस राशि में से प्रदेश के किसानों को धान बोनस के रूप में 1700 करोड़ रूपए और वनवासियों को तेंदूपत्ता बोनस के रूप में 700 करोड़ रूपए की राशि वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सूरजपुर जिले में 40 हजार रसोई गैस कनेक्शन वितरित किए गए हैं। इतने ही रसोई गैस कनेक्शन जिले में और बांटे जाएंगें। मुख्यमंत्री ने बताया कि विकास यात्रा के दौरान प्रदेश में 30 हजार करोड़ रूपए के निर्माण कार्यो का भूमिपूजन और लोकार्पण किया जाएगा। डॉ. सिंह ने मुख्यमंत्री खाद्य सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना और आयुष्मान भारत योजना सहित अनेक योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सूचना क्रांति योजना के अंतर्गत प्रदेश में 55 लाख लोगों को स्मार्ट फोन निःशुल्क बांटे जाएंगें।
मुख्यमंत्री ने सूरजपुर में लगभग 113 करोड़ रूपए के निर्माण कार्यो का लोकार्पण और लगभग 114 करोड़ रूपए के निर्माण कार्यो का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने उंचडीह की आम सभा में तहसील मुख्यालय भैयाथान के लिए 8 करोड़ 24 लाख से निर्मित एम.सी.एच. (जच्चा-बच्चा प्रसूति) केन्द्र भवन, सूरजपुर के लिए 70 लाख रूपए की लागत से निर्मित नवीन जिला परिवहन कार्यालय भवन, शासकीय पॉलिटेक्निक में एक करोड़ 92 लाख रूपए की लागत से निर्मित छात्रावास भवन सहित अधीक्षक आवास और प्रेमनगर विकासखंड के लिए 32 लाख की लागत की मेडिकल मोबाईल यूनिट का लोकार्पण किया। उन्होंने जिन कार्यो का भूमिपूजन और शिलान्यास किया, उनमें 14 करोड़ 57 लाख रूपए की लागत से सूरजपुर में बनने वाले 250-250 सीटों के अनुसूचित जनजाति छात्रावास भवन भी शामिल हैं। इनमें से एक भवन छात्रों के लिए और दूसरा भवन छात्राओं के लिए होगा। उन्होंने एक करोड़ 31 लाख रूपए की लागत से लाईवलीहुड कॉलेज में बनने वाले 50 सीटर बालक छात्रावास भवन और एक करोड़ 77 लाख रूपए की लागत से बनने वाले बालिका छात्रावास भवन का भी शिलान्यास किया। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 31 करोड़ की लागत से गरीब परिवार के लोगों के लिए बनने वाले मकानों का और कई ग्रामीण सड़को का भी भूमिपूजन किया।