169 अबूझमाड़ियां परिवारों को मिला भू-स्वामी अधिकार पत्र नारायणपुर में जिला सत्र न्यायालय प्रारंभ करने की घोषणा

 

 रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आज नारायणपुर में प्रदेशव्यापी विकास यात्रा के दौरान आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं यहां बंदूक लेकर नहीं विकास लेकर आया हूं। उन्होंने कहा कि ओरछा और नारायणपुर के दूरस्थ अंचलों में बसे आखिरी गांव और घरांे तक बिजली पहुंचाने का काम इस सरकार ने किया है। इस क्षेत्र में चहुंमुखी विकास हुए हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क आदि में तेजी के साथ काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद विकास में बाधक हैं। नक्सलवादियों ने यहां की शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ ही युवाओं की जवानी छीनने का भी काम किया है। उन्होंने विकास में बाधक ऐसे लोगों से आव्ह्ान किया कि आने वाली पीढ़ी के विकास में बाधक न बनें। उन्होंने प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना का जिक्र करते हुए इसके फायदे बताए।   मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अबूझमाड़ के गांव और बसाहटों में बिजली पहुंच चुकी है। कुछ गांव और बसाहट बची हैं। उनमें भी जल्द ही बिजली पहुंचेगी। अबूझमाड़ के बच्चे लालटेन और चिमनी में पढ़कर नहीं रोशनी में पढ़कर डाक्टर और इंजीनियर बनेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी तब और ज्यादा होगी, जब यहां का बच्चा इस जिले का कलेक्टर, डाक्टर, इंजीनियर और पुलिस अधिकारी बन कर इलाके की सेवा करेगा।    मुख्यमंत्री डॉ सिंह ने जनता को सौगात देते हुए कहा कि 15 दिन के भीतर राजधानी रायपुर से ओरछा (अबूझमाड़) बस सेवा का परमिट दे दिया जायेगा। उन्होंने जिला मुख्यालय में अम्बेडकर पार्क के लिए 50 लाख रूपये, जिला मुख्यालय के मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण और जल्द ही जिला सत्र न्यायालय प्रारंभ करने की भी घोषणा की। साथ ही ओरछा में पटवारियों के रिक्त 18 पद शीघ्र भरे जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने अबूझमाड़ के दूरस्थ पांच गांव कोडोली, जिवलापदर, नेड़नार, ताड़ोनार और आकाबेड़ा में बसे 169 अबूझमाड़ियां परिवारों को भू-स्वामी अधिकार पत्र सौंपा। विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने 870 अबूझमाड़िया परिवारांे को रेडियो वितरित किए।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह विकास यात्रा के तीसरे दिन जिला मुख्यालय नारायणपुर के बालक उच्चतर माध्यमिक शाला खेल मैदान में पहुंचे। यहां उन्होंने 223 करोड़ के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री डॉ सिंह ने उन्होंने विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजना के तहत् 14 हजार 293 हितग्राहियों को 15 करोड़ 30 लाख रूपये की विभिन्न सामग्रियां श्रमिकों को सायकल, सिलाई मशीन, किसानों को कृषि मिनी किट, सौर सुजला योजना के तहत् सिंचाई पंप के साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत् स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आजीविका के लिए वाहन की चॉबी सौंपी। इसके अतिरिक्त लाईवलीहुड कॉलेज के बच्चों को लाने-ले जाने के लिए बस की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने 10वीं और बारहवी के प्रतिभावान छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
उच्च शिक्षा मंत्री एवं नारायणपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश के 4 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया है। ये युवा विभिन्न सेक्टरों में रोजगार में नियोजित है। आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिले की सौगात देकर इस क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है। जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल सहित हर क्षेत्र में चहुंमुखी विकास हुए है।
इस अवसर पर नारायणपुर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रमिला उईके, बस्तर संभागायुक्त श्री दिलीप वासनिकर, आईजी श्री विवेकानंद सिन्हा, कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र शुक्ल सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, संगठन के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में आम नागरिक मौजूद थे।