सरगुजा मेडिकल कॉलेज के लिए 400 करोड़ की लागत से बनेगा विशाल भवन और परिसर : डॉ. रमन सिंह
मुख्यमंत्री ने एमसीआई से मान्यता मिलने पर प्रधानमंत्री और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को दिया धन्यवाद
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां बताया कि सरगुजा मेडिकल कॉलेज के लिए 400 करोड़ (चार सौ करोड़) रूपए की लागत से लगभग 40 एकड़ के रकबे में सभी आधुनिक और जरूरी सुविधाओं से परिपूर्ण विशाल भवन और परिसर का निर्माण जल्द किया जाएगा। डॉ. सिंह ने सरगुजा मेडिकल कॉलेज को भारतीय चिकित्सा परिषद (एम.सी.आई.) की मान्यता मिल जाने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा के प्रति आभार प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब राज्य की चारों दिशाओं में मेडिकल कॉलेज संचालित होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि विगत लगभग एक दशक के भीतर प्रदेश में एलोपैथिक मेडिकल कॉलेजों की संख्या दो से बढ़कर छह हो गई है। चार नये मेडिकल कॉलेज बस्तर (जगदलपुर), राजनांदगांव, रायगढ़ और सरगुजा (अम्बिकापुर) में खोले गए हैं। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि उत्तरी छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल सरगुजा इलाके की जनता को अम्बिकापुर में संचालित इस मेडिकल कॉलेज के जरिए निकट भविष्य में सुपर स्पेशिलिटी चिकित्सा सेवाएं भी मिलने लगेंगी। सरगुजा मेडिकल कॉलेज में बुनियादी अधोसंरचनाओं के विकास के लिए प्रथम चरण में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) से दस करोड़ 82 लाख रूपए आवंटित किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा बस्तर में वर्ष 2006, रायगढ़ में वर्ष 2013, राजनांदगांव में वर्ष 2014 में सरगुजा में वर्ष 2016 में शासकीय मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में तीन सितम्बर 2016 को अम्बिकापुर में आयोजित समारोह में सरगुजा मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ किया था। इस मेडिकल कॉलेज में 100 सीटें मंजूर की गई हैं। वर्तमान में वहां 99 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इनमें 51 छात्र और 48 छात्राएं शामिल हैं। लगभग 90 प्रतिशत विद्यार्थी सरगुजा अंचल के हैं, जो निकट भविष्य में डॉक्टर बनकर जनता की सेवा करेंगे।
यह भी उल्लेखनीय है कि सरगुजा में शासकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना का निर्णय मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में सरगुजा और उत्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की कुछ वर्ष पहले आयोजित बैठक में जनप्रतिनिधियों से प्राप्त प्रस्ताव आधार पर लिया गया था। डॉ. सिंह की अध्यक्षता में बस्तर और दक्षिण क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में भी जनप्रतिनिधियों की मांग पर जगदलपुर में मेडिकल कॉलेज खोलने की मंजूरी मिली और उसकी शुरूआत भी हो गई। इन नये मेडिकल कॉलेजों से वहां के शासकीय जिला अस्पतालों को सम्बद्ध किया गया है। मेडिकल कॉलेजों के मानकों के अनुरूप दोनों जिला अस्पतालों का उन्नयन भी किया गया है।