स्वर्गीय किशोर साहू का छत्तीसगढ़ की धरती से था गहरा भावनात्मक लगाव : डॉ. रमन सिंह
मुख्यमंत्री ने श्याम बेनेगल और मनोज वर्मा को किशोर साहू स्मृति अलंकरणों से नवाजा
डॉ. रमन सिंह ने नत्थू दादा और छत्तीसगढ़ी कलाकार दीपक तिवारी को एक-एक लाख रूपए की सहायता देने का ऐलान किया
बेहद समृद्ध है छत्तीसगढ़ की लोक-संस्कृति: श्याम बेनेगल
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा आज जिला मुख्यालय राजनांदगांव में आयोजित समारोह में मुम्बई के प्रसिद्ध फिल्म निदेशक श्री श्याम बेनेगल को किशोर साहू स्मृति राष्ट्रीय अलंकरण से सम्मानित किया। डॉ. सिंह ने राजधानी रायपुर निवासी छत्तीसगढ़ी फिल्मों के निदेशक श्री मनोज वर्मा को किशोर साहू स्मृति राज्य सम्मान से नवाजा। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के संस्कृति मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने की। लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और साहित्य, कला-संस्कृति से जुड़े लोग बड़ी संख्या में कार्यक्रम में शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय श्री किशोर साहू की याद में दोनों सम्मानों की स्थापना पिछले वर्ष प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा की गई है। फिल्म निर्माता और निर्देशक स्वर्गीय श्री किशोर साहू छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव निवासी थे। उनकी स्मृति में राज्य शासन द्वारा स्थापित दोनों सम्मानों की शुरूआत आज मुख्यमंत्री के हाथों की गई। मुख्य अतिथि की आसंदी से समारोह में डॉ. रमन सिंह ने कहा – छत्तीसगढ़ की धरती से और विशेष रूप से राजनांदगांव के साथ स्वर्गीय श्री किशोर साहू का गहरा भावनात्मक लगाव था। स्वर्गीय श्री साहू ने अपनी आत्मकथा में राजनांदगांव को सुन्दर, सौम्य और संस्कारधानी शहर बताया है।
डॉ. रमन सिंह ने अपने उद्बोधन में देश के तीन सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्वर्गीय श्री गजानन माधव मुक्तिबोध, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी और डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र को याद करते हुए कहा कि तीनों महान साहित्यिक विभूतियों ने राजनांदगांव को अपनी कर्मभूमि बनाकर देश और दुनिया में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया। समारोह को संबोधित करते हुए श्री श्याम बेनेगल ने कहा कि लोक-संगीत, लोक-गीत और लोक-कलाओं की दृष्टि से छत्तीसगढ़ काफी समृद्ध है। श्री बेनेगल ने छत्तीसगढ़ से जुड़ी अपनी लगभग 40 वर्ष पुरानी स्मृतियों को साझा करते हुए कहा कि प्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रोफेसर यशपाल ने साक्षरता अभियान के लिए एक प्रोजेक्ट बनाया था, जिसके तहत मैं फिल्मांकन के लिए छत्तीसगढ़ आया था। श्री बेनेगल ने कहा – मुझे अपनी युवा अवस्था में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में स्वर्गीय श्री किशोर साहू के कार्यों को नजदीक से देखने का मौका मिला था। स्वर्गीय श्री साहू ने हिन्दी सिनेमा को एक नई पहचान दिलाई।
मुख्यमंत्री ने हिन्दी सिनेमा में स्वर्गीय श्री किशोर साहू के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके द्वारा प्रसिद्ध कलाकार दिलीप कुमार और कामिनी कौशल को लेकर ‘नदिया के पार’ नामक जिस फिल्म का निर्माण किया था, उसमें नांदघाट का भी वर्णन है। डॉ. सिंह ने कहा – लोकप्रिय हिन्दी फिल्म ‘गाईड’ में भी स्वर्गीय श्री किशोर साहू ने एक यादगार भूमिका निभाई थी। स्वर्गीय श्री किशोर साहू की इस फिल्म में पहली बार छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विशेषताओं की झलक मिली। डॉ. सिंह ने किशोर साहू स्मृति राष्ट्रीय अलंकरण से नवाजे गए श्री श्याम बेनेगल द्वारा निर्मित और निर्देशित फिल्मों का उल्लेख करते हुए कहा कि श्री बेनेगल ने हमेशा सामाजिक विषयों और सरोकारों को लेकर फिल्मों का निर्माण किया है। उनकी मंथन जैसी फिल्म सहकारिता आंदोलन के महत्व पर प्रकाश डालती है। डॉ. रमन सिंह ने किशोर साहू स्मृति राज्य अलंकरण से सम्मानित श्री मनोज वर्मा का उल्लेख करते हुए कि श्री वर्मा ने छत्तीसगढ़ी कला-संस्कृति को अपनी फिल्मों के माध्यम से नई ऊंचाइंयों तक पहुंचाया है। मुख्यमंत्री ने समारोह में किशोर साहू राष्ट्रीय और राज्य अलंकरणों के निर्णयक मंडल में शामिल सर्वश्री अशोक मिश्रा, रघुवीर यादव और जयंत देशमुख को भी सम्मानित किया। डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी रंगमंच के कलाकार श्री दीपक तिवारी को इलाज के लिए एक लाख रूपए की सहायता देने की घोषणा की। श्री तिवारी स्वर्गीय श्री हबीब तनवीर की नाट्य संस्था ‘नया थियेटर’ के सदस्य थे और श्री तनवीर द्वारा निर्देशित लोकप्रिय छत्तीसगढ़ी नाटक ‘चरणदास चोर’ में उन्होंने यादगार भूमिका निभाई थी। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय श्री राजकपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ सहित विभिन्न फिल्मों में काम कर चुके राजनांदगांव निवासी कलाकार श्री नत्थू दादा को भी एक लाख रूपए की सहायता देने का ऐलान किया। अध्यक्षीय आसंदी से संस्कृति मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने कहा – स्वर्गीय श्री किशोर साहू ने देश-विदेश में छत्तीसगढ़ का नाम ऊंचा किया है।
समारोह में विशेष अतिथि की आसंदी से लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह ने समारोह में कहा – स्वर्गीय श्री किशोर साहू ने अपने परिश्रम तथा कला-कौशल से फिल्म जगत में बड़ा स्थान बनाया। वे छŸाीसगढ़ की धरती से गहराई से जुड़े हुए थे। उनकी फिल्मों में छŸाीसगढ़ की लोक कलाओं की सोंधी महक है। संस्कृति विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारीक ने भी समारोह को संबोधित किया। संस्कृति एवं पुरातत्व संचालनालय के संचालक श्री जितेन्द्र शुक्ला ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में डॉ. सुरेन्द्र दुबे ने काव्य पाठ किया। समारोह में महापौर श्री मधुसूदन यादव, राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शोभा सोनी, नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री लीलाराम भोजवानी, स्व. श्री किशोर साहू के सुपुत्र श्री विक्रम साहू, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री सचिन बघेल, राजगामी संपदा न्यास के पूर्व अध्यक्ष श्री संतोष अग्रवाल, नगर निगम के सभापति श्री शिव वर्मा, जनपद अध्यक्ष श्रीमती सरिता कन्नौजे, पूर्व विधायक श्री कोमल जंघेल एवं श्री खेदूराम साहू और कलेक्टर श्री भीम सिंह सहित जिला प्रशासन के अनेक वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।