विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने दिव्यांगजनों के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य हेतु जशपुर जिले को किया सम्मानित
अपनी शारीरिक अक्षमता को पीछे छोड़ते हुए दिव्यांगजनों ने अपने हौसलों से अनेक कीर्तिमान स्थापित किये हैं- श्री अग्रवाल
वर्ष 2017 के लिए प्रदेश की तीन संस्थाओं और तीन कर्मचारियों को भी मिला दिव्यांगजन राज्य स्तरीय सम्मान दिव्यांगजन किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं- श्रीमती रमशीला साहू
रायपुर – समाज कल्याण विभाग द्वारा आज यहाँ डॉ भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर के सभागार में राज्य स्तरीय दिव्यांगजन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने समारोह में जशपुर जिले को दिव्यांगजनों के लिए कार्य कर रहे सर्वश्रेष्ठ जिले के रूप में सम्मानित किया । यह पुरस्कार जिला पंचायत जशपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुलदीप शर्मा ने ग्रहण किया। वहीं रायपुर जिले की स्वयं सेवी संस्था सेवा निकेतन को अस्थि बाधित दिव्यांगजनों के लिए और सूरजपुर जिले के विश्रामपुर स्थित सरगुजा ज्ञानोदय एसोसिएशन को श्रवण बाधित दिव्यांगजनों के लिए और भिलाई जिला दुर्ग की त्रिविधा विकास समिति ‘मुस्कान’ को मानसिक रूप से अविकसित दिव्यांगजनों के लिए उल्लेखनीय कार्य हेतु सम्मानित किया गया। इसी प्रकार सर्वोत्तम दृष्टिबाधित कर्मचारी के सम्मान से राजनांदगांव के श्री धन्नू लाल देवांगन को ,सर्वोत्तम श्रवण बाधित कर्मचारी का सम्मान से बिलासपुर के श्री रुकेश कुमार और सर्वोत्तम अस्थिबाधित कर्मचारी का सम्मान से दुर्ग जिले की कुमारी गौरी साहू को सम्मानित किया गया। । उल्लेखनीय है कि यह सम्मान वर्ष 2017 में किये गए उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए प्रदान किये गए हैं। इस अवसर पर ब्रेल लिपि में मुद्रित पुस्तक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में दो बच्चों आशुतोष कुमार सिंह और पृथ्वीराज रामटेके को दिव्यांगजन पहचान पत्र (यूडीआईडी) प्रदान किया गया। साथ ही व्हील चेयर क्रिकेट टीम और श्रवण बाधित क्रिकेट टीम में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर राष्ट्रीय स्तर पर चयनित दिव्यांग खिलाड़ियों को भी मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने पुरस्कार से सम्मानित संस्थाओं,कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अपनी शारीरिक अक्षमता को पीछे छोड़ते हुए दिव्यांगजनों ने अपने हौसलों से अनेक कीर्तिमान स्थापित किये हैं ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जहाँ उन्होंने सफ़लता अर्जित न की हो । उन्होंने कहा कि जिस तरह से पोलियो जैसी बीमारी को हमने सतत प्रयास से जड़ से ख़त्म करने में सफलता अर्जित की है। बिल्कुल उसी तरह से हमें बड़ा अभियान चलाकर पोषण आधारित निःशक्तता को दूर करना है और इसके लिए राज्य शासन कृतसंकल्पित है। बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और पोषण के लिए उनके जन्म के पूर्व से ही तैयारी करनी आवश्यक है,जिसके लिए राज्य शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग द्वारा सतत प्रयास कर गर्भवती महिलाओं,नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने कहा कि दिव्यांगजन किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। वे इतने ही सक्षम हैं जितने समाज के अन्य लोग। समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में लाने के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। दिव्यांगों को अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। कार्यक्रम में विशेष सचिव श्री आर प्रसन्ना ने समाज कल्याण विभाग की ओर से दिव्यांगजनों,निराश्रितों और वरिष्ठजनों के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों के लिए विभाग एक टोल फ्री नंबर शुरू करने जा रहा है जिस पर संपर्क करके दिव्यांगजन अपनी समस्याओं से विभाग को अवगत कर सकेंगे .समारोह में संसदीय सचिव श्रीमती रूपकुमारी राठौर,विधायक श्री श्रीचंद सुन्दरानी , समाज कल्याण विभाग के संचालक डॉ संजय अलंग सहित विभाग के अनेक वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारी और समाज कल्याण विभाग की विभिन्न संस्थाओं में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चे भी शामिल हुए।