डॉ. जे.के. यादव पर लगे आरोप निराधार, मीडिया के सामने आकर दी सफाई।

चिरमिरी। बीते दिनों चिरमिरी के स्थानीय निवासी महेंद्र केशरवानी की आकस्मिक मृत्यु के मामले में जिला अस्पताल चिरमिरी में पदस्थ डॉ. जे.के. यादव ने मीडिया के समक्ष उपस्थित होकर अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने घटना को दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
डॉ. यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि 26 नवंबर को दोपहर लगभग डेढ़ से दो बजे के बीच महेंद्र केशरवानी उनके निवास पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि उन्हें पिछले दो-तीन दिनों से बुखार आ रहा था और वे एक अशासकीय लैब की ब्लड रिपोर्ट भी साथ लेकर आए थे। रिपोर्ट एवं उस समय मरीज की स्थिति को देखते हुए डॉ. यादव ने जिला अस्पताल चिरमिरी में भर्ती होकर इलाज कराने की सलाह दी।
डॉ. यादव के अनुसार, मरीज की स्थिति के अनुरूप इंजेक्शन एवं आवश्यक दवाइयां सुझाई गईं। बाद में जानकारी मिली कि 26 नवंबर की रात लगभग 10 बजे इलाज शुरू हुआ, लेकिन इसी दौरान मरीज की हालत बिगड़ने लगी। गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे तत्काल बैकुंठपुर जिला अस्पताल रिफर किया गया, किंतु वहां पहुंचने से पूर्व ही 27 नवंबर को उसकी मृत्यु हो गई। प्रथमदृष्टया जांच में पाया गया कि मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। हालांकि विस्तृत रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
मीडिया से बातचीत में डॉ. यादव ने कहा कि एक चिकित्सक होने के नाते उनके पास आने वाले प्रत्येक मरीज को सही परामर्श देना उनका कर्तव्य है और उन्होंने वही किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हुई है।
डॉ. यादव ने कहा कि जीवन और मृत्यु ईश्वर के हाथ में है, डॉक्टर केवल अपने ज्ञान और अनुभव के अनुसार उपचार करते हैं। यह घटना अत्यंत दुखद है और पीड़ित परिवार के प्रति उनकी गहरी संवेदना है।