January 18, 2025

अब सपनों के उड़ान को मिलेगा पंख, क्योंकि एससीएल लीज से मुक्त हुआ शहर।

0

राज्य शासन को एसईसीएल ने सौंपा 1585.827 हेक्टेयर वन भूमि।

स्थानीय विधायक के प्रयास से मिली सफलता, अब निकाय के कामों को मिलेगी रफ्तार, होगा विकास।

समाचार/MCB/झगराखांड/मनेंद्रगढ़/ मनेंद्रगढ़ विधानसभा के स्थानीय विधायक की बड़ी चिंता का उस वक्त अंत हो गया, जब झगराखाड़ से इसकी शुरुआत हुई। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अपने विधानसभा मनेंद्रगढ़ के विकास को लेकर कृत संकल्पित है, और यह उसी का परिणाम है, कि बड़ी जद्दोजहद के बाद एसईसीएल हसदेव क्षेत्र से लीज की जमीन वापस करने की शुरुआत हुई। दरअसल मनेंद्रगढ़ विधानसभा का अधिकांश हिस्सा एसईसीएल के लीज की जमीन है, और यहां निकाय के विकास कार्यों पर ज्यादातर अवरोध उत्पन्न होता रहा है। आजादी के बाद विधानसभा का यह पहला ऐसा समय है जब क्षेत्र को उसका अपना अलग पहचान मिलेगा और विकास कार्यों को रफ्तार मिलेगी। विदित हो कि मनेंद्रगढ़ विधानसभा का एक बड़ा भूभाग एससीएल के लीज क्षेत्र में बड़ी आबादी के रूप में स्थापित है और यहां पर लीज क्षेत्र होने के कारण स्थानीय निकाय के जनप्रतिनिधि विकास कार्यों को अमलीजामा पहना पाने में नाकाम रहते थे, लेकिन अब एसईसीएल हसदेव क्षेत्र द्वारा झगराखांड के 1585.827 हेक्टेयर भूमि वापस कर देने के बाद स्थानीय निवासियों सहित जनप्रतिनिधियों में खुशी की लहर है और विधान सभा के अन्य लीज क्षेत्रों की आस बढ़ सी गई है।

कृत संकल्पित स्वास्थ्य मंत्री श्याम ने दिलाई शहर को एक नई पहचान
विधानसभा मनेंद्रगढ़ का नगर पंचायत झगराखाड़ एक नई सुबह की ओर है। प्रदेश के सबसे सक्रिय विधायक व साय केबिनेट के मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अपने वायदों के अनुरूप कार्य कर एक मिशाल पेश की है, कि यदि जनप्रतिनिधि शिद्दत से किसी भी काम को करे तो क्षेत्र का कोई काम असंभव नहीं है। आजादी के बाद से चली आ रही मांग स्थापित जमीन का हक स्थानीय लोगों को दिया जाय और इसी के अंतर्गत लीज की जमीन को एसईसीएल ने झगराखांड के 1585.827 हेक्टेयर भूमि को लीज मुक्त करते हुए राज्य शासन को 16 जनवरी 2025 को सौप दिया है। 16 जनवरी का यह दिन झगराखांड के लोगों को सुनहरे पल की याद दिलाता रहेगा। स्थानीय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि मैने संकल्प लिया था, कि लोगों को उनका हक दिलाऊंगा और मैने इसकी शुरुआत कर दी है। एक जनप्रतिनिधि के रूप सिर्फ मेरे लिए ही नहीं बल्कि झागराखाड़ के लिए गौरव भरा आज का दिन है। मुझे बेहद खुशी है कि मैने लोगों को उनका हक दिला पाने में अपनी भूमिका निभा सका। आज के बाद से यहां विकास की बयार बहेगी, लोगों को वन अधिकार पट्टा के माध्यम से जमीन का हक मिलेगा, निकाय के कामों में तेजी आएगी, पलायन जैसी समस्या का समाधान होगा और लोग स्थायित्व की ओर रुख करेंगे। बेवजह एसईसीएल के द्वारा विकास कार्यों पर लगाया जाने वाला अवरोध का अब अंत हो गया है।

लीज की जमीन वापस करने का अधोहस्ताक्षरित पत्र

एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के द्वारा जारी पत्र में उल्लेखित है कि एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र के झगराखाण्ड कोल ब्लॉक कुल रकबा 2613.094 हेक्टेयर (1893.372 हेक्टेयर वनभूमि, 278.803 हेक्टेयर राजस्व भूमि एवं 440.919 हेक्टेयर निजी भूमि) में झगराखाण्ड लीज नवीनीकरण के प्रस्ताव में 1893.372 हेक्टेयर वनभूमि में से रकबा 256.545 हेक्टेयर वनभूमि एवं हल्दीबाड़ी भूमिगत खदान हेतु व्यपवर्तित रकबा 51.00 हेक्टेयर वनभूमि कुल रकबा 307.545 हेक्टेयर वनभूमि को घटाकर शेष वनभूमि 1585.827 हेक्टेयर वनभूमि को वनभूमि के मूल स्वरूप में वापस करने बावत् दिनांक 08.05.2024 को अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (भू-प्रबंध) की अध्यक्षता में एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र एवं वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों की आयोजित बैठक में प्राप्त निर्देशानुसार एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र के झगराखाण्ड कॉलरी के 1585.827 हेक्टेयर वनभूमि को हस्तांतरण हेतु वन विभाग के द्वारा गठित समिति के अधिकारी / कर्मचारी तथा एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र के अधिकारी / कर्मचारी के द्वारा एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र के अधीनस्थ वनभूमि को पूरे क्षेत्रो का भ्रमण कर सर्वेक्षण तथा के. एम.एल. फाईल बनाया गया है। स्थल पर मौजूद सभी सम्पति एवं अतिक्रमित को सूचीबद्ध किया गया है। कक्ष क्रमांक पी704, पी700, पी703, पी701 कुल रकबा 1585.827 हेक्टेयर वनभूमि को आज दिनांक 16.01.2025 एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र झगराखाण्ड के द्वारा वन विभाग को विधिवत हस्तांतरित किया जाता है।

क्या रही हस्तांतरित करने की प्रक्रिया?

दिनांक 08.05.2024 को अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (भू-प्रबंध) की अध्यक्षता में एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र एवं वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों की आयोजित बैठक में प्राप्त निर्देशानुसार एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र के झगराखाण्ड कॉलरी के 1585.827 हेक्टेयर वनभूमि को हस्तांतरण हेतु वन विभाग के द्वारा गठित समिति के अधिकारी / कर्मचारी तथा एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र के अधिकारी / कर्मचारी के द्वारा एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र के अधीनस्थ वनभूमि को पूरे क्षेत्रो का भ्रमण कर सर्वेक्षण तथा के. एम.एल. फाईल बनाया गया है। स्थल पर मौजूद सभी सम्पति एवं अतिक्रमित को सूचीबद्ध किया गया है। कक्ष क्रमांक पी704, पी700, पी703, पी701 कुल रकबा 1585.827 हेक्टेयर वनभूमि को आज दिनांक 16.01.2025 एस.ई.सी.एल. हसदेव क्षेत्र झगराखाण्ड के द्वारा वन विभाग को विधिवत हस्तांतरित किया जाता है।

जनसुविधाओं का होगा विस्तार
नगर पंचायत झगराखाड़ उस बदलाव की शुरुआत है जो एसईसीएल क्षेत्र के लीज एरिया में सालों से घर बनाकर अपनी दिनचर्या का पालन कर रहे है। बीते दिवस हसदेव क्षेत्र व वन विभाग के अधिकारियों की बैठक के बाद जारी पत्र से एक नई उम्मीद लोगों के जेहन में जगी है। अब से झगराखाड़ नगर पंचायत के जनप्रतिनिधि भी खुलकर विकास को जमीनी स्तर पर लागू कर पाएंगे। यहां के निवासियों की आवश्यक सुविधाएं पूर्ण होगी, जो लोग डर से पलायन करने की ओर थे वे भी अब स्थायित्व के मायने समझेंगे। रोजगार के अवसर का सृजन होगा, आबादी में विस्तार होने से छोटे मझौले व्यवसायियों को राहत मिलेगी, सरकारी स्थाई भवन से सुविधाओं का विस्तार होगा, वन अधिकार पट्टा मिलने के बाद जमीन का हक मिलना आसान हो चला है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *