अमित शाह के बयान पर घमासान, माया बोलीं-गिर गया बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व
लखनऊ : बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर राजनीतिक गलियारों में घमासान मच गया है। शनिवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बयान जारी कर विपक्षी पार्टियों की तुलना सांप, बिल्ली और कुत्तों से करने पर अमित शाह की कड़ी आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भी ऐसी ही असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया गया था, जिसका जनता ने करारा जवाब दिया। इसके बावजूद भी बीजेपी नेतृत्व का अहंकार नहीं टूट रहा।
बताते चलें कि बीजेपी के 38 वें स्थापना दिवस पर मुंबई में अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा था कि जब बाढ़ आती है और सारे वृक्ष, पेड़, पौधे पानी में बह जाते हैं। सिर्फ एक वट वृक्ष बच जाता है। ऐसे में अपनी जान बचाने के लिए सांप-नेवला, कुत्ता-बिल्ली और चीता सभी उस वट वृक्ष पर चढ़ जाते हैं, क्योंकि नीचे पानी का डर है।
उन्होंने कहा, मोदी जी की जो बाढ़ आई है, उसके डर से सांप, नेवला, कुत्ता, बिल्ली, चीता सब इकट्ठे होकर चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि बाद में पत्रकारों से बातचीत में सफाई दी कि कुत्ता-बिल्ली, सांप-नेवले से तात्पर्य विचारधारा से है। अमित शाह के इस बयान की कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक पार्टियों ने कड़ी निंदा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुरु और अमित शाह को शिष्य बताते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व इस हद तक गिर गया है कि जनता यह सोचने को विवश है कि क्या ऐसी घोर असभ्य व बदजुबान पार्टी देश के नेतृत्व को शोभा देती है?