स्कूल बस के आकार का चीनी स्पेस स्टेशन तियांगोंग-1 समुद्र में गिरा
नई दिल्ली : नियंत्रण से बाहर होने के बाद चीन का अंतरिक्ष स्टेशन तियांगोंग-1 सोमवार को ताहिती तट के पास प्रशांत महासागर में समा गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने से पहले आग का गोला बने इस अंतरिक्ष स्टेशन की गति 26, 000 किमी प्रति घंटा था।
स्कूल बस के आकार का तियांगोंग-1 ग्रीनविच मानक समयानुसार सोमवार सुबह 8:16 बजे धरती के वायुमंडल में दाखिल हुआ। अंतरिक्ष स्टेशन ताहिती द्वीप के तट के पास प्रशांत महासागर में समाने से पहले ही कई टुकड़ों में बंटकर बिखर गया था।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के विशेषज्ञ होल्गर क्रॉग ने कहा कि धरती के वायुमंडल में दोबारा लौटने की जगह का सटीक अंदाजा लगाना बेहद कठिन होता है।
यह प्रशांत महासागर में अनियंत्रित ढंग से पृथ्वी के वायुमंडल में 26,000 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दाखिल हुआ और धधकते हुए टूटता चला गया।
तियांगोंग-1 का ज्यादातर हिस्सा आसमान में ही जल गया और शेष टुकड़े दक्षिण प्रशांत महासागर के वीरान इलाके में गिर गए। 10 मीटर के डैने और आठ टन वजन के तियांगोंग-1 स्टेशन को चीन ने 2011 में अंतरिक्ष में प्रयोगों के लिए लांच किया था।
माना जा रहा है कि यह स्टेशन अंतरिक्ष के लिए बनाई गई और धरती के वायुमंडल में लौटने वाली मानव निर्मित चीजों से कहीं अधिक बड़ा था। मार्च 2016 से चीनी अंतरिक्ष एजेंसी का इस स्टेशन से संपर्क टूट गया और तियांगोंग-1 ने धरती पर डाटा भेजना भी बंद कर दिया था।