मालदीव में 45 दिनों बाद हटी इमरजेंसी, भारत ने फिर चेताया
माले : मालदीव में पिछले 45 दिनों से जारी इमरजेंसी हटा दी गई है. मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने गुरुवार को इसका ऐलान किया. इससे पहले पिछले महीने यामीन का तख्तापलट करने की कथित कोशिश के लिए बुधवार को उनके वरिष्ठ राजनीतिक विरोधियों को अनिश्चतकालीन समय के लिए जेल में बंद कर दिया गया था.
यामीन ने 5 फरवरी को आपातकाल लगाने की घोषणा की थी. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इमरजेंसी हटाने की घोषणा की, क्योंकि फैसले से उनपर महाभियोग का खतरा मंडरा रहा था.
भारत ने मालदीव में इमरजेंसी हटाने के फैसले का स्वागत किया है. हालांकि, भारत सरकार ने कहा, “वहां अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने जो चिंताएं सामने रखी थीं, उन्हें सुलझाया जाना बाकी है.”
बता दें कि भारत ने पहले भी मालदीव सरकार से इमरजेंसी हटाए जाने की मांग की थी, लेकिन माना जाता है कि चीन के प्रभाव में आकर मालदीव सरकार ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी.
बता दें कि मालदीव के सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति को राजनीतिक कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया था, जिसे मानने से इनकार करने पर इस संकट की शुरुआत हुई. इमरजेंसी के ऐलान पर अमेरिका ने भी प्रतिक्रिया दी थी. अमेरिका ने अपने जारी बयान में कहा था कि सरकार को कानून का सम्मान करना चाहिए और हम मालदीव के जनता के साथ खड़े हैं. अमेरिका ने कहा था कि मालदीव की सरकार और सेना को कानून, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक संस्थानों का का सम्मान करना चाहिए. उसे पूरी दुनिया देख रही है.