कलेक्टर ने नगर निगम तथा नगरीय निकायों की ली समीक्षा बैठक
जिले को विकसित किये जाने वाले उपायों पर की गई विस्तृत चर्चा
मनेंद्रगढ़/16 फरवरी 2024/ कलेक्टर डी. राहुल वेंकट ने आज सभा कक्ष में जिले के नगरीय निकाय की मासिक समीक्षा बैठक आहूत की। बैठक में नगर निगम, नगर पालिका तथा नगर पंचायत के सीएमओ, अभियंता और अकाउंटेंट उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर नगर निगम आयुक्त, नगर पालिका सीएमओ तथा नगर पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से स्वीकृत सेटअप तथा प्लेसमेंट सेटअप के साथ ही स्वीकृत पदों में कितने पद भरे है और कितने पदों पर भर्ती की जानी है उसकी समुचित जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। जिले के विकास के लिए किए जाने वाले उपायों पर योजनाबद्ध चर्चा की गई। जिसमें नगर निगम चिरमिरी, नगर पालिका मनेन्द्रगढ़ तथा तीनों नगरीय निकाय खोंगापानी, झगराखाण्ड तथा नई लेदरी के डेवलपमेंट के संबंध में उपस्थित संबंधित अधिकारी से कलेक्टर द्वारा जानकारी चाही। उन्होंने सभी सीएमओ को अपने-अपने निकाय में कितनी सरकारी जमीन है तथा कितनी निजी जमीन है। पटवारी के साथ संयुक्त रूप से मिलकर ड्रोन सर्वे कर वीडियोग्राफी कराने कहा। जिसमें पटवारी मौके पर नक्शा, खसरा तथा बी-1 सहित सूचीबद्ध जानकारी तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने नगर निगम चिरमिरी में ट्रांसपोर्ट नगर तथा अन्य निकायों में यात्रियों के लिए बस स्टैण्ड उचित स्थानों का चिन्हांकन करने कहा। चूंकि मनेन्द्रगढ़ जिला मुख्याल होने के कारण भविष्य में बड़ा बस स्टैण्ड बन सकें ऐसे स्थान का निर्धारण करने कहा।
कलेक्टर ने नेशनल हाइवे 43 पर चर्चा करते हुए कहा कि मुख्य मार्ग पर अनेक बसें और ट्रक कई- कई घंटो तक खड़ी रहती है। इसके लिए कोई अस्थायी स्थान का चिन्हांकन करने कहा जिससे बसें और ट्रक वहां पर रूक सके। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को निगम क्षेत्र में रोड़ पर ठेला और सब्जी दुकान लगाने वालों को नोटिस के साथ कुछ दिन का समय देकर उनको एक निर्धारित स्थान पर परिवर्तित कराने के लिए मुनादी कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर को बताया कि उक्त चिन्हित सभी क्षेत्रों में यातायात का अत्याधिक भार है। इसलिए इन क्षेत्रों के निकटतम स्थल पर पार्किंग के लिए स्थान चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने निकायों में पार्किंग, ठेला, गुमटी तथा दुकान के लिए वेंडिंग जोन का निर्धारण अस्थायी रूप से करते हुए उसको बाद में स्थायी बनाया जा सके उसके लिए कार्ययोजना तैयार करने कहा। ताकि मार्केट को सुनियोजित तरीके से स्थापित कर सड़क में लगने वाले अव्यवस्थित गुमटियों को व्यवस्थित और गुमटियों में कार्य कर रहे दुकानदारों को स्थाई विकल्प दिया जा सके।
निकायो में वेस्ट मैनेंजमेेंट पर चर्चा करते हुए कहा सभी निकायों से सप्ताह या माह में कितना कचरा निकल रहा है। कितने कचरे का कम्पोस्ट बन पा रहा है तथा कितना सोलिड कचरे को स्टोर कर कबाड़ में बेचा जा रहा की जानकारी तैयार करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने वाली स्वच्छता दिदियों की जानकारी लेते हुए उनके आय के बारे में पूछा। उन्होंने जिले के लोगों से गीला कचरा तथा गीला कचरा अलग-अलग लेने के लिए सप्ताह, महिना, तीन माह तथा छमाही कार्ययोजना तैयार कर अभियान चलाने कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने समस्त निकायों में स्थित छोटा हो या बड़ा सभी एसएलआरएम सेंटर क्रियाशील होने चाहिए। इसके साथ ही नगरी निकाय के राजस्व अमले को घर, दुकान इत्यादि का असेंसमेंट करने के लिए निर्देशित किया ताकि निर्मित क्षेत्र के अनुरूप सही कर(टैक्स) की वसुली की जा सकें। बैठक में अवैध नल कनेक्शन को लेकर भी चर्चा की गई। उन्होंने निकायों में पानी की समस्या, पानी की उपलब्धता तथा गर्मी के दिनों में किन-किन निकायों पर पानी की अधिक समस्या होती है। बैठक में ग्रीष्म ऋतु के पूर्व ही जल व्यवस्था को दुरूस्त करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। गर्मियों में पेयजल व्यवस्था की सप्लाई पर उन्होंने विशेष ध्यान देने की बात कहीं, इसके साथ ही जिन क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से पानी सप्लाई किया जाता है वहां पूर्व से रोस्टर प्लान निर्धारित करने के लिए कहा ताकि गर्मी के दिनों वहां पानी की नियमित सप्लाई की जा सके ।
बैठक में नगर निगम आयुक्त बी.एस. मरकाम, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत के सीएमओ इसहाक खान, तरुण कुमार एक्का, अंजना वाईक्लिफ, संजय दुबे, रमेश द्विवेदी सहित अभियंता और अकाउंटेंट उपस्थित थे।