कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में मनाया गया झण्डा दिवस
कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में मनाया गया झण्डा दिवस
सैनिकों के परिजनों और उनके आश्रितों की देखभाल करना देश के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी…डिप्टी कलेक्टर
मनेन्द्रगढ़/07 दिसम्बर 2023/ सशस्त्र सेना झंडा दिवस भारतीय सेना की बहादुरी, त्याग व समर्पण के सम्मान में एवं वीर शहीदों की स्मृति में 07 दिसंबर 2023 को कलेक्टोरेट में हर्ष के साथ मनाया गया। इस परिप्रेक्ष्य में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर श्री रणजीत सिंह बिष्ट द्वारा डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवीण कुमार भगत तथा अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों एवं आम नागरिकों को सशस्त्र सेना ध्वज प्रतीक लगाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान श्री अशोक कोस्टा ने सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा हेतु शहीद सैनिकों की विधवाओं, भूतपूर्व सैनिकों एवं सेना में सेवारत सैनिकों और उनके आश्रितों के पुनर्वास तथा कल्याणकारी योजनाओं के लिये अधिक से अधिक दान देकर इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता प्रदान करें। वहीं डिप्टी कलेक्टर प्रवीण भगत ने इस नेक पहल में उदारता एवं मुक्त हस्त से सहयोग प्रदान कर अनुग्रहित करने का आग्रह आम नागरिकों से किया। कमांडर श्री रणजीत सिंह बिष्ट ने पावर पॉइंट स्लाइड के माध्यम से सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के महत्व एवं गतिविधियों के बारे में जानकारी दी तथा उन्होंने बताया कि झंडा दिवस का अत्यधिक महत्व इसलिए भी है क्योंकि वास्तव में हमारे देश की सुरक्षा के लिये शहीद होने वाले सैनिकों के परिजनों और उनके आश्रितों की देखभाल करना देश के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी होती है। सशस्त्र सेना झण्डा दिवस हम सभी के लिए देश की पराक्रमी एवं समर्पित सेना के वीर जवानों के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर है। इस अवसर पर झंडा दिवस निधी में हर नागरिक को बढ़ चढ़कर योगदान देना चाहिये। झंडा दिवस पर एकत्रित की गई राशि का उपयोग वीर नारियों, भूतपूर्व सैनिकों, विधवाओं एवं उनके आश्रितों हेतु विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं एवं आर्थिक सहायता किया जाता है। मैं, सभी सेवारत् सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों, विधवाओं और उनके आश्रितों के प्रति शुभकामनायें व्यक्त करता हूँ। मैं छत्तीसगढ़ के सभी नागरिकों को झंडा दिवस की बधाई देते हुये यह अपील करता हूँ कि वे सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में उदारतापूर्वक दान दें।
भूतपूर्व सैनिकों का किया गया सम्मान
सर्वप्रथम नायक चिंतामणी का सम्मान किया गया। उन्होंने वर्ष 1963 में भारतीय थल सेना में भर्ती हुए तथा वर्ष 1965 एवं 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में सक्रिय रूप से थल सेना मेडिकल कोर के तहत अपनी सेवाएं दी। विषम परिस्थितिओं एवं दुर्गम क्षेत्रांे में अनवरत 20 वर्ष की सेवा उपरांत वर्ष 1983 में सेवानिवृत हो अपने गृह ग्राम मनेंद्रगढ़ मंे निवासरत है। राज्य सरकार ने आपकी सेवाओं को तथा आपके 80 वर्ष की आयु पूर्ण करने तथा आपके लम्बी उम्र की कामना करते हुए सम्मान राशि रूपये 30000 गत माह प्रदान किया। आपकी सैन्य सेवा भाव के प्रतिफल आपका सादर सम्मान है। इसी कड़ी पूर्व में नायब सुबेदार गिरीश चंद्र सरकार का सम्मान किया गया। आप वर्ष 1970 में भारतीय थल सेना में सिपाही के पद पर भर्ती हुए तथा वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में सक्रिय रूप से तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में पदस्थ रहे। 26 वर्ष की अनवरत सेवा के दौरान आप भारतीय सीमा क्षेत्रों में विभिन्न स्थानो पर अपनी सेवा देकर वर्ष 1996 में जूनियर कमीशंड ऑफिसर के पद से सेवानिवृत्त हुए। उनकी सैन्य सेवा के प्रतिफल आपका सादर सम्मान है। डिप्टी कलेक्टर प्रवीण भगत ने सैनिक कल्याण बोर्ड का आभार व्यक्त किया। साथ ही श्री अशोक कोस्टा ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर उपस्थित मुख्य अतिथि, अधिकारी गण पूर्व सैनिक, परिजनों सहित इस पावन अवसर पर उपस्थित सभी जनों का आभार व्यक्त किया।