आंगनबाड़ी केंद्र पर गोद भराई व अन्नप्राशन कार्यक्रम का किया गया आयोजन
बैकुंठपुर-आंगनबाड़ी केंद्र केनापारा में महिला बाल विकास विभाग के द्वारा महिलाओं को बेहतर पोषण आहार देने एवं गर्भवती महिलाओं का गोद भराई एवं छोटे बच्चों का अन्नप्राशन मनाया गया जिसमें मुख्य रूप से नगर पालिका परिषद की नेता प्रतिपक्ष अन्नपूर्णा प्रभाकर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुई अन्नपूर्णा प्रभाकर सिंह ने कहा कि गोद भराई का मुख्य उद्देश गर्भावस्था के दिनों में बेहतर पोषण की जरूरत के बारे में गर्भवती महिलाओं को अवगत कराना है। माता एवं गर्भस्थ शिशु के बेहतर स्वास्थ्य एवं प्रसव के दौरान होने वाली संभावित जटिलताओं में कमी लाने के लिए गर्भवती के साथ परिवार के लोगों को भी अच्छे पोषण पर ध्यान देना चाहिए
आंगनबाडी केंद्र पर सोमवार को महिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी की ओर से गोद भराई दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर गर्भवती महिलाओं को उपहार के रूप में पोषण की पोटली भी दी गई। जिसमें गुड़, चना, हरी पत्तेदार सब्जियां, आयरन की गोली, पोषाहार व फल आदि शामिल थे। महिलाओं को उपहार स्वरुप पोषण की थाली भी दी गयी, जिसमें सतरंगी थाली व अनेक प्रकार के पौष्टिक पदार्थ शामिल थे। गर्भवती महिलाओं को चुनरी ओढ़ाकर और टीका लगाकर महिलाओं की गोद भराई की रस्म पूरी की गई।
खुशबू तिवारी परियोजना अधिकारी ने बताया गर्भवती महिलाओं को अच्छे सेहत के लिए पोषण की आवश्यकता व महत्व के बारे में जानकारी दी गई। है। गोद भराई रस्म में पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं अन्य महिलाओं ने भाग लिया। नगर पालिका परिषद नेता प्रतिपक्ष अन्नपूर्णा प्रभाकर सिंह के द्वारा गर्भवती महिलाओं के सम्मान में उसे चुनरी ओढ़ा उसे तिलक लगा और गर्भस्थ शिशु की बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए गोद में पोषण संबंधी पुष्टाहार फल सेव, संतरा, बेदाना, दूध, अंडा देकर गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को आयरन की गोली खाने की सलाह दी।जैसे ही महिलाओं को गर्भधारण की पुष्टि हो जाय वे निकटतम स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक के निगरानी में रहें तथा नियमित रूप से चेक-अप कराएं। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को गर्भधारण से लेकर बच्चे के जन्म तक बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया। आखिरी महीनों में शरीर को अधिक पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इस दौरान आहार में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट के साथ वसा की भी मात्रा का होना जरूरी होता है। महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, मातृ शिशु सुरक्षा कार्ड, प्रसव पूर्व देखभाल, एनीमिया की रोकथाम व पौष्टिक आहार के संबंध में जानकारी दी।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संरक्षक एवं उन अधिकारियों के द्वारा गर्भवती को जागरूक करना है
प्रयास के पीछे उद्देश्य यह है कि जागरूकता की कमी और अभाव में गर्भवती महिलाओं में खून की कमी आ जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान ध्यान न देने पर महिला कमजोर हो जाती हैं। जिसके कारण पैदा होने वाला बच्चा कमजोर होता है, जो कि कुपोषण का शिकार हो जाता है। ऐसी स्थिति न पैदा हो इसके लिए गर्भवती महिला को बेहतर देखभाल की जानकारी इस दिवस के मौके पर दी गई और पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी गई। सुनील शर्मा के द्वारासमस्त अतिथियों का आभार प्रकट किया गया एवं आज के कार्यक्रम को लेकर जानकारी प्रदाय की गई