अमृत सरोवर बना सोनहत का नर्सरी तालाब, 200 से ज्यादा परिवारों को मिल रहा सीधा लाभ
अमृत सरोवर मिशन में प्रथम चरण के तहत महात्मा गांधी नरेगा से गत वर्ष स्वीकृत हुआ कार्य
बैकुण्ठपुर दिनांक 11/4/23 – कोरिया जिले के अंतर्गत वनांचल जनपद पंचायत सोनहत के ग्राम मुख्यालय में स्थित नर्सरी तालाब अब अमृत सरोवर के तौर पर अलग पहचान बना रहा है। पूरे एक एकड़ में विस्तृत इस तालाब को भारत सरकार के अमृत सरोवर मिषन के तहत चयनित कर उन्नयन कार्य कराया गया है। कार्य पूरा होने के बाद पानी से भरे लबालब तालाब का आस पास के लगभग दो सौ परिवार सीधा लाभ ले रहे हैं और साथ ही उनके दैनिक जीवन निस्तार, पालतू पषुओं के पेयजल के साथ ही लगभग 16 एकड़ भूमि में गेंहू की फसल भी पककर तैयार हो रही है। इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नम्रता जैन ने बताया कि परंपरागत जलस्रोत के तौर पर अपनी अलग अहमियत रखने वाले तालाबों के निर्माण व उन्नयन कार्य मिषन अमृत सरोवर के तहत कोरिया एवं एमसीबी जिले में कराए जा रहे हैं। इनके सफल परिणाम भी सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में कोरिया एंव एमसीबी जिले के अंतर्गत पांच जनपद पंचायतों में पहले चरण के तहत कुल 75 अमृत सरोवर निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए हैं और अमृत सरोवर मिषन के द्वितीय चरण में पांचों जनपद पंचायतों में अतिरिक्त 75 अमृत सरोवर निर्माण व उन्नयन कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिला पंचायत सीइओ ने आगे बताया कि सोनहत मुख्यालय ग्राम पंचायत में स्थित नर्सरी तालाब जो एक एकड़ बीस डिसमिल क्षेत्र में फैला हुआ है उसको अमृत सरोवर मिषन के तहत चिन्हित किया गया और प्रथम चरण के तहत कुल 9 लाख 64 हजार रूपए की प्रषासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। ग्राम पंचायत सोनहत को इस कार्य के लिए एजेंसी बनाया गया था। ग्राम पंचायत द्वारा समय सीमा में उक्त कार्य को पूरा कराया गया। जिसमें नर्सरी तालाब का गहरीकरण और उसके किनारे पर सार्वजनिक उपयोग के लिए एक निर्मला घाट निर्मित कराया गया।
ग्राम पंचायत के सरपंच श्री पवन साय पण्डो ने बताया कि नर्सरी तालाब लंबे समय से गाद से पट रहा था और इसके गहरीकरण की जरूरत थी साथ ही आस पास बहुत खरपतवार हो जाने से यह देखने में भी अच्छा नहीं लग रहा था। अमृत सरोवर मिशन के तहत जब तालाबों के उन्नयन के लिए अभियान चलने की सूचना प्राप्त हुई तो ग्राम पंचायत सोनहत की ग्राम सभा में नर्सरी तालाब के उन्नयन के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। ग्राम सभा के प्रस्ताव के आधार पर इस तालाब के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के लिए सफाई और एक घाट बनाए जाने का कार्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत स्वीकृत हुआ। कार्य पूरा हो जाने के बाद अब यह तालाब सुंदर और उपयोगी हो चुका है। निर्मला घाट बन जाने से महिलाओं बच्चों के लिए दैनिक उपयोग करने में आसानी होने लगी है और गहरीकरण बरसात के पहले ही पूरा हो गया था तो इस तालाब में भरपूर पानी आ गया है। अमृत सरोवर बन चुके तालाब से आस पास के दर्जन भर से ज्यादा किसानों ने समय पर धान की फसल ली और साथ ही गेंहू की भी फसल लगभग 16 एकड़ क्षेत्र में लगाई गई है। ग्राम पंचायत ने इस तालाब को मछली पालन के लिए भी महिला समूह को पटटे पर दे दिया है। अमृत सरोवर के रूप में इस तालाब का अब ग्राम वासी भरपूर लाभ ले रहे हैं।