ब्राम्हणो पर राजद्रोह लगाने के फर्जी आदेश, ब्राम्हणो को बदनाम करने की साजिश
छत्तीसगढ एक शांत प्रदेश है यहा की शांति भंग करने की साजिश। माननीय गृह मंत्री से निवेदन करता हूं कि अती शीघ्र इस कृत को करने वाले दोषी व्यक्ति का पता लगाया जाये और कानूनी कार्यवाही की जाये। – संदीप तिवारी, संयोजक छत्तीसगढ सवर्ण संघर्ष समिति
रायपुर। छत्तीसगढ शासन गृह(पुलिस) विभाग के अवर सचिव के नाम से सभी पुलिस अधीक्षको केा संभोधित फर्जी पत्र से प्रदेश में हडकंप मच गया है, फर्जी पत्र साोशल मिडिया में वायरल हो रहा है पत्र में लेख है कि ब्राम्हण जो छत्तीसगढ के मंदिरो में अनाधिकृत रुप से कब्जा कर छत्तीसगढ में हिन्दु राष्ट्र बनाने तथा अंधविश्वास फैलाने का काम कर रहे है पर राजद्रोह का मामला दर्ज कर कार्यवाही की जाए।
संदीप तिवारी ने कहा कि ब्राम्हण के खिलाफ इस प्रकार वायरल खबर से प्रदेशभर के ब्राम्हण एवं सवर्ण समाज में आक्रोश है। इस प्रकार के खबर को पुलिस विभाग को संज्ञान में लेते हुए त्वरित न्यायिक एवं कडी कार्यवाही करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की कृत की पुर्नावृत्ति न हो।
संदीप तिवारी ने कहा कि ब्राम्हण एक जाति नही अपितु जीवन जीने का एक माध्यम है, एक ब्राम्हण का कार्य सर्वे भवन्तु सुखिनः है जो दूसरो की खुशी में खुशी महसूस करता है। छत्तीसगढ एक शांत प्रदेश है यहा की शांति भंग करने की साजिश हो रही है किसी भी प्रकार से यहां आपसी सौहाद्र बिगाडा जाय में माननीय गृह मंत्री से निवेदन करता हूं कि अती शीघ्र इस कृत को करने वाले दोषी व्यक्ति का पता लगाया जाये और कानूनी कार्यवाही की जाये।