अंजोर-चर्चा पढ़ई बर’ कार्यक्रम का हुआ आगाज
‘अंजोर-चर्चा पढ़ई बर’ अंतर्गत कैरियर काउंसलिंग,परीक्षा और मानसिक एवं किशोरी स्वास्थ्य पर कार्यशाला का हुआ आयोजन
परीक्षा के समय नकारात्मक विचारों से बचने छात्रावास की बच्चियों को एक्सपर्ट्स ने सिखाए गुर
बलौदाबाजार, 21फरवरी कलेक्टर रजत बंसल के निर्देश पर छात्रावासों के छात्रों को कैरियर काउंसलिंग,परीक्षा,मानसिक एवं किशोरी स्वास्थ्य पर मार्गदर्शन देने बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में एक नयी पहल ‘अंजोर-चर्चा पढ़ई बर’ अभियान की शुरुआत की गयी। कार्यक्रम का आगाज जिला मुख्यालय स्थित शासकीय पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास में एक दिवसीय ‘हम होंगे कामयाब’ परीक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजन कर किया गया। इस कार्यशाला में छात्रावास की बालिकाओं को परीक्षा के दौरान होने वाली चिंता व डर को दूर करने, परीक्षा की तैयारी की रणनीति बनाने व अपने मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने पर चर्चा की गई और उन्हें बेहतर तैयारी के लिए प्रोत्साहित किया गया।
‘अंजोर-चर्चा पढ़ई बर’ कार्यक्रम जिले के युवाओं के लिए एक वृहद अभियान है। इसके तहत जिला प्रशासन का यह उद्देश्य है कि जिले के युवाओं तक पहुंचकर उनकी करियर काउंसलिंग और गाइडेंस, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और संपूर्ण शिक्षा के साथ ही उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देकर उनका मनोबल बढ़ाना और उन्हें मार्गदर्शन देना, ताकि जिले के युवा अपना भविष्य संवार सके और सकारात्मक राह की ओर बढ़ सके।
‘हम होंगे कामयाब’ कार्यशाला में छात्रावास की बच्चियों को परीक्षा की तैयारी और इस दौरान मन में आने वाले विभिन्न एहसासों और भावों को लेकर चर्चा की गई। जैसे परीक्षा से डर क्यों लगता है और इस डर से कैसे बाहर निकलें, तैयारी के दौरान किन बातों का ध्यान रखना है और कौन सी सावधानियां बरतनी हैं, इस दौरान खुद को कैसा महसूस कराना है और एकाग्रता कैसे बढ़ानी जैसी विस्तृत विषयों पर चर्चा की गई और खेल गतिविधि के माध्यम से बच्चों का क्षमतावर्धन किया गया। लाइफस्किल एक्सपर्ट दानिश खातून और अनन्या झा ने बच्चियों को यह प्रशिक्षण दिया।
कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि ‘अंजोर-चर्चा पढ़ई बर’ अभियान जिले में अपनी तरह का पहला ऐसा अभियान है जिसके माध्यम से युवाओं की शिक्षा और उनके करियर को लेकर बातचीत और क्षमतावर्धन में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्कूल की परीक्षाओं का समय अब शुरू होने को है ऐसे में कन्या छात्रावास में परीक्षा की तैयारी को लेकर आयोजित यह एक दिवसीय कार्यशाला बच्चियों के लिए उपयोगी है। अक्सर परीक्षा को लेकर बच्चों के मन में विभिन्न तरह के भाव होते हैं, जिसमें नकारात्मक विचार घर कर जाते हैं, इन्हीं नकारात्मकताओं से बचने और उन्हें एक सकारात्मक सोच प्रदान करने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया। निरंतर ही किशोरों और युवाओं को लेकर ऐसे क्षमतावर्धन और प्रोत्साहन की प्रशिक्षण कार्यशालाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से आयोजित कराई जाएगी।