बालको ने 2023 के लिए पर्यावरण फ्रेंडली कैलेंडर लॉन्च किया
बालकोनगर,। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने वर्ष 2023 के लिए एक पर्यावरण-अनुकूल कैलेंडर लॉन्च किया जो पूरी तरह से पुनर्नवीनीकरण कागज और डीकोम्पोज़ेबल फेब्रिक से बना हैजिसमें शून्य प्लास्टिक है। पुनर्चक्रित कागज में बीज जड़े हुए हैंजिसे मिट्टी में लगाकर पानी देने से गेंदा और कई जंगली फूल विकसित होंगे।
अपने ईएसजी लक्ष्यों की दिशा में काम करते हुए बालको कैलेंडर ‘एक स्थायी भविष्य के लिए परिवर्तन’ थीम पर केंद्रित है जो पर्यावरण, सामाजिक एवं गवर्नेंस (ईएसजी) के सभी पहलुओं को समझने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है। कैलेंडर के लिए आयोजित पेंटिंग और स्केच प्रतियोगिता में बालको कर्मचारियों, परिवार के सदस्यों और व्यावसायिक भागीदारों ने भाग लिया। इनमें से चयनित 12 कलाकृतियों को कैलेंडर के प्रत्येक पृष्ठ पर प्रदर्शित कर उनकी संक्षिप्त व्याख्या की गई है। कैलेंडर बालको की दृश्य अभिव्यक्ति है जो कंपनी द्वारा जीवन के हर क्षेत्र में सतत-उन्मुख कार्यों और व्यवहार और संचालन को विकसित करने के प्रयासों को दर्शाती है।
कैलेंडर का अनावरण करते हुए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि बालको में हमे नई तकनीक और मानवीय दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए प्रचालन के सभी क्षेत्रों में ईएसजी के साथ सस्टेनेबल व्यवसाय प्रथाओं में सबसे आगे रहना है। आने वाली पीढ़ी के लिए एक स्थायी भविष्य हेतु बालको के विजन, कॉरपोरेट उद्देश्य, उत्पादन प्रक्रियाओं और व्यवसाय संचालन के विभिन्न तरीके पर्यावरण के सतत संवर्धन में समाहित हैं। हमारे उर्जा मिश्रण में रेन्यूएबल एनर्जी की मात्रा में वृद्धि, कार्बन फुटप्रिंट को कम कर रही है। पर्यावरण-अनुकूल कैलेंडर एक उत्तरदायी संगठन के रूप में ईएसजी लक्ष्यों के प्रति हमारी कटिबद्धता को दर्शाता है।
प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में ईएसजी अगुवा बनने और वर्ष 2050 या उससे पहले कार्बन उत्सर्जन शून्य करने के वेदांता के लक्ष्य के अनुरूप बालको ईएसजी उत्कृष्टता के लिए 9 विषयों पर काम कर रहा है जिसमें जैव विविधता, कार्बन और ऊर्जा दक्षता, पर्यावरण प्रबंधन, समुदाय और सामाजिक प्रदर्शन, नागरिक, स्वास्थ्य और सुरक्षा, आपूर्ति श्रृंखला, नवीकरणीय ऊर्जा और जल प्रबंधन शामिल हैं। ये सभी साथ मिलकर ऐसे स्तंभ बनाते हैं जो आगे कंपनी के ‘हरित’ विकास को गति देंगे।