चाणक्य स्मृति दिवस पर परिचर्चा एवं युवा वर्ग हेतु धार्मिक प्रश्नोत्तरी संपन्न
रायपुर। चाणक्य स्मृतिि दिवस पर परिचर्चा एवं युवा पीढ़ी को धर्मग्रन्थों की ओर अग्रसर करने एवं गौरवशाली महान संस्कृति और सनातन धर्म का बोध कराने वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन छ.ग. एवं सर्व युवा ब्राह्मण परिषद छ.ग. द्वारा 7 जनवरी, 2023 शनिवार को वृंदावन हॉल, सिविल लाइन, रायपुर में शाम 4 से 8 बजे तक परिचर्चा व धार्मिक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम (क्विज़) का आयोजन किया गया ।
प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम हेतु पंजीकृत 60 प्रतिभागियों से प्रश्नोत्तर की श्रृंखला में हिन्दू धर्मग्रंथों से सम्बंधित प्रश्न पूछे गये और क्रमशः प्रश्नों का उत्तर देते हुए विजेता व उप विजेता बने । विजेता प्रथम स्थान चितरेखा सिन्हा व पीयूष शर्मा, उप विजेता द्वितीय स्थान पूजा रानी होता व विजय पटेल को स्मृति चिन्ह एवं सभी प्रतिभागियों को सहभागिता सम्मान पत्र प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के माननीय अतिथि महाराज श्री इन्दुभवानंद जी, छत्तीसगढ़ प्रांत प्रमुख शंकराचार्य आश्रम, संत श्री युधिष्ठिर लाल जी, पूज्य शदाणी दरबार श्री ज्ञानेश शर्मा जी, अध्यक्ष योग आयोग, छत्तीसगढ़ शासन एवं अतिथि वक्ता श्री मदनमोहन उपाध्याय जी, श्री व्ही. पार्थसारथी जी, पूर्व व्याख्या संस्कृत महाविद्यालय थे. आदरणीय अतिथियों के द्वारा दीपप्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. प्रीति मिश्रा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया. कार्यक्रम संयोजक अजय अवस्थी ने अतिथियों के संबोधन के पूर्व आर्चाय चाणक्य के जीवन पर प्रकाश डाला.
तत्पश्चात प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द ओझा ने बताया कि विगत तीन वर्षों से युवाओं को धर्मग्रन्थों से जोड़ने व सनातन धर्म, संस्कृति का बोध कराने यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर संत युधिष्ठिर लाल जी ने कहा कि समाज में वैदिक संस्कारों के साथ जीने के लिए हम अनेक स्तर पर नव युवकों को वैदिक संस्कार दे रहे हैं ।हिंदू राष्ट्र के लिए अत्यंत आवश्यक है । ब्राह्मण समाज का यह आयोजन अत्यंत सराहनीय है । स्वामी डॉ इंदुभवानंद जी ने कहा कि ज्ञान ही जीवन का अनमोल धरोहर है । हमें भारतीय शास्त्र और पुराणों का गहन अध्ययन करना चाहिए, हमें अपनी भाषा को निरंतर परिष्कृत करना चाहिए, हमारी संस्कृत और हिंदी विश्व की सबसे समृद्ध भाषा है । ब्राह्मण समाज प्रश्नोत्तरी के माध्यम से युवाओं में ज्ञान वृद्धि साथ साथ रचनात्मक कार्यों के लिए प्रेरणा जगाने का काम कर रहा है ।
योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा जी ने कहा कि हमारे समाज में चाणक्य नीति को सबसे उच्च स्थान पर रखा गया है । ब्राह्मण समाज अपने निजी स्वार्थों को किनारे रखकर सदैव सर्व समाज के हित के लिए काम करता रहा है । ब्राह्मण भूखे पेट रहकर भी सबकी कल्याण की कामना करता है । ब्राह्मण ही समाज को समृद्ध और संस्कारवान बनाता है । अतिथि वक्ता पार्थसारथी जी ने चाणक्य के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आज भारतीय धर्म दर्शन का मूल्य सारा विश्व समझ रहा है । अतिथि वक्ता श्री मदन मोहन उपाध्याय जी ने संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म ध्वजा को निरंतर विश्व शिखर पर ऊंचे स्थान पर रखने का काम ब्राह्मण समाज करता रहा है। ब्राह्मण की विद्वता ही उसकी शक्ति है और समाज के लिए यह अनमोल है ।
महिला अध्यक्ष नमिता शर्मा ने मंच संचालन एवं उपाध्यक्ष संजय अवस्थी ने आभार व्यक्त किया । रज्जन अग्नहोत्री, गुणानिधि मिश्रा, सुनील ओझा, सीमा पाण्डेय, बबीता मिश्रा, नमिता शर्मा ने प्रतिभागियों से प्रश्नोत्तरी का कार्य, प्रीति मिश्रा व आशीष शर्मा ने अंकगणना, सुमन मिश्रा ने स्वागत व्यवस्था, सुनीता शर्मा ने सम्मान पत्र वितरण एवं राघवेंद्र पाठक ने बैठक व्यवस्था एवं राम तिवारी ने पंजीयन कार्य संपादित किया । प्रश्नोत्तरी हेतु प्रश्न गणेश दुबे जी व रज्जन अग्निहोत्री ने तैयार किये ।
कार्यक्रम में विशेष रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गुणानिधि मिश्रा, राष्ट्रीय महासचिव सुरेश मिश्रा, संभागीय अध्यक्ष नितिन झा, महासचिव सुनील ओझा, युवा अध्यक्ष अविनय दुबे, उपाध्यक्ष जयप्रकाश उपाध्याय, सचिव राम तिवारी, साधना महिला मंडल अध्यक्ष साधना शर्मा, अखंड ब्राह्मण समाज सेवा समिति अध्यक्ष योगेश तिवारी, एस. के. शर्मा, कान्यकुब्ज सभा उपाध्यक्ष ममता शुक्ला, नीता अवस्थी, गिरजा शंकर दीक्षित, सुधीर मूर्ति, राधा तिवारी, वीणा मिश्रा, रंजना दीवान, कल्पना मिश्रा, अर्चना तिवारी, वीणा ठाकुर, मीनाक्षी उपाध्याय, अर्चना उपाध्याय, संगीता दुबे, कीर्ति अग्निहोत्री, निवेदिता मिश्रा, आभा शर्मा, शशिकांत शर्मा, राजेश शर्मा, सोनल शर्मा, गणेश दत्त झा, पल्लवी झा, दिलीप झा, गीतिका झा, डा. अनन्या मिश्रा, गरियाबंद से गिरीश शर्मा, कुम्हारी से विद्या भट्ट, आंध्रा ब्राम्हण से बी शैलजा, राजकुमार आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे । इस प्रश्नोतरी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शक व प्रतिभागी सम्मिलित होकर धर्म ज्ञान यज्ञ में आहुति दिए ।