मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों के लिए दी करोड़ों की मंजूरी
बसना में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से की भेंट-मुलाकात
रायपुर, 13 दिसम्बर 2022/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज शाम महासमुंद जिले के विकासखण्ड मुख्यालय बसना में विभिन्न समाज एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधिमण्डल से भेंट-मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एक-एक कर सभी समाज एवं संगठनों के प्रतिनिधियों से सामाजिक गतिविधियों के संबंध में जानकारी लेने के साथ ही उनसे शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के संबंध में भी फीडबैक लिया।
मुख्यमंत्री से कोलता समाज के प्रतिनिधियों ने मुलाकात कर 27 प्रतिशत आरक्षण बिल पारित करने के लिए आभार व्यक्त किया। गढ़फुलझर में विभिन्न विकास कार्यों के लिए भी प्रतिनिधि मंडल ने आभार व्यक्त किया। सिख समाज के प्रतिनिधियों ने नानक सागर को पर्यटन स्थल बनाने की घोषणा के लिए आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री को कृपाण भेंट की। मुख्यमंत्री से आदिवासी गोड़ समाज के प्रतिनिधि मंडल ने बसना और गढ़फुलझर में सामाजिक भवन की मांग की। कुम्भकार समाज ने इलेक्ट्रानिक चाक और 5 एकड़ जमीन की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री ने कुम्भकार समाज के प्रतिनिधियों को अंग्रेजी खपरेल बनाने का सुझाव दिया। सतनामी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने बसना में मुक्तिधाम स्वीकृत करने का आग्रह किया। मरार पटेल समाज द्वारा धर्मशाला, संवरा समाज द्वारा पिथौरा में भवन और देवांगन समाज द्वारा भंवरपुर में भवन के लिए राशि की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के पास स्वयं की जमीन होने पर नियमानुसार राशि प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार बड़गांव की सरपंच ने गौठान में तार फेंसिंग के लिए राशि की मांग की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विभिन्न समाजों की मांग पर सामाजिक भवन और अन्य कार्यों के लिए अघरिया समाज को ग्राम पैता में विभिन्न विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रूपए मंजूर किए। इसी प्रकार कलार समाज के प्रतिनिधि मंडल की मांग पर कन्या छात्रावास के लिए जमीन होने पर 20 लाख रूपए, फुलझर में तेली समाज के सामाजिक भवन के लिए 20 लाख रूपए, ब्राम्हण समाज पिथौरा के लिए 20 लाख रूपए, मसीह समाज जगदीशपुर के लिए 20 लाख रूपए, मुस्लिम समाज बसना के लिए 15 लाख रूपए, सरपंच ग्राम किसनपुर की मांग पर विकास कार्यों के लिए 15 लाख रूपए, पिथौरा में मुस्लिम समाज के कब्रिस्तान में बाउंड्रीवाल हेतु फेंसिंग और जमात खाना के लिए 10 लाख रूपए, ब्राम्हण समाज बसना के लिए 10 लाख रूपए, कैथोलिक चर्च और मेनोनाइट चर्च के ट्रस्ट के लिए 10 लाख रूपए स्वीकृत किए।