पीएम मोदी के 3 देशों के दौरे के अजेंडे में ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार से शुरू हो रही पश्चिम एशिया और खाड़ी क्षेत्र के तीन देशों की यात्रा के दौरान ऊर्जा, सुरक्षा, सहयोग, व्यापार, निवेश और आतंकरोधी कदम उनके अजेंडा में शीर्ष पर होंगे। जॉर्डन की राजधानी अम्मान से जब मोदी रमल्ला पहुंचेंगे तो वह फिलिस्तीन जाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे। मोदी के आगमन के पूर्व फिलिस्तीन के राष्ट्रपति की ओर से एक बयान में प्रधानमंत्री के इस दौरे को ‘ऐतिहासिक व महत्वपूर्ण’ बताया गया है। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्बास के साथ यह मोदी की चौथी मुलाकात होगी। इससे पहले 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के समय, उसी साल बाद में पैरिस में जलवायु सम्मेलन के समय और पिछले साल अब्बास के भारत दौरे के दौरान दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी।
प्रधानमंत्री का दौरा आरंभ होने से पूर्व विदेश मंत्रालय में पूर्व संयुक्त सचिव (पश्चिम एशिया व उत्तरी अफ्रीका) बी. बाला भास्कर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि फिलिस्तीन की यात्रा करने के चार आयाम हैं। पहला तो यह कि पहली बार भारत से कोई प्रधानमंत्री पश्चिम एशिया के इस देश के दौरे पर जाएगा। दूसरा, भारत ने फिलिस्तीन को ढांचागत विकास, क्षमता निर्माण और राष्ट्र निर्माण के प्रयासों में भरपूर मदद की है। भास्कर ने बताया कि 2015 में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की ऐतिहासिक यात्रा पर फिलिस्तीन जाने के बाद से तीन करोड़ डॉलर की परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा, इस यात्रा के दौरान स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, युवा मामले, खेल व कृषि के क्षेत्र में सहयोग समेत द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की जाएगी।