लोकरंजनी लोककला मंच द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर नृत्य नाटिका के माध्यम से सांस्कृतिक श्रद्धांजलि
अमर शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस पर उनके अवदान को लोकरंजनी लोककला मंच ने मंच पर प्रस्तुत किया
रायपुर : अमर शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस 10 दिसंबर पर लोक रंजनी लोक कला सांस्कृतिक समिति रायपुर के कलाकारों द्वारा न्यू चांगोरा भाटा रायपुर के सांस्कृतिक भवन में अट्ठारह सौ सत्तावन के स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के योगदान की अलख जगाने वाले वीर सपूत अमर शहीद वीर नारायण सिंह जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके अवदान को नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत करते हुए सांस्कृतिक श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में लोकरंजनी लोककला सांस्कृतिक समिति रायपुर के संचालक डॉ.पुरुषोत्तम चंद्राकर ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह को उनके बलिदान दिवस 10 दिसंबर पर नमन करता हूं।वीर नारायण सिंह के मातृभूमि के लिए योगदान को याद करता हूं, स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन न्योछावर कर देने वाले आदिवासी जननायक वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे सपूत थे उन्होंने सन 1856 के भीषण अकाल के दौरान गरीबों को भूख से बचाने के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ कठिन संघर्ष किया उनके प्रथम स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में छत्तीसगढ़ की जनता में देशभक्ति का संचार किया।
इस अवसर पर श्रीमती पद्मिनी वर्मा, पुनीता चंद्रा, कविता, उमाशंकर चंद्राकर, योगेश साहू, प्रमिला राठौर, देविका भारद्वाज, कृष्ण कुमार टंडन, मोनिका यादव, प्रीति कश्यप, अमरनाथ ध्रुव, बाबूलाल प्रजापति, प्रेम कुमार शुक्ला सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।