कुपोषण ’जिले में 01 अगस्त से शुरू होगा वजन त्यौहार, नौनिहालों के पोषण स्तर का होगा मापन’
’वजन त्यौहार की पूर्व तैयारियों के सम्बंध में कलेक्टर ने ली बैठक, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश’
’सुपोषण अभियान के क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, कुपोषित बच्चों के घर गृहभेंट कर परिवारजनों को कुपोषण मुक्ति के लिए करें प्रेरित -कलेक्टर’
कोरिया 30 जुलाई 2022/कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा की अध्यक्षता तथा जिला पंचायत सीईओ श्री कुणाल दुदावत की उपस्थिति में आज जिला पंचायत के मंथन सभाकक्ष में जिले में आगामी 01 अगस्त से 13 अगस्त 2022 तक आयोजित किए जाने वाले वजन त्यौहार की पूर्व तैयारियों के सम्बंध में बैठक आयोजित किया गया। कुपोषण के प्रति समुदाय को जागरूक करने के लिए प्रत्येक परिवार को उनके बच्चों की सही पोषण की स्थिति को अवगत कराने एवं कुपोषण की सही स्थिति आनलाईन साफ्टवेयर में प्रविष्टि कर ग्राम पंचायत तथा विकासखण्डवार कुपोषण की आंकलन करने की उद्देश्य से जिले में वजन त्यौहार का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत 06 वर्ष से कम आयु के बच्चों का वजन कर पोषण स्तर ज्ञात किया जायेगा। बैठक में वजन त्यौहार हेतु नियुक्त नोडल अधिकारी, सीडीपीओ, सेक्टर सुपरवाइजर मौजूद रहे।
’वजन त्यौहार की पूर्व तैयारियों के सम्बंध में दिए गए दिशा- निर्देश’
कलेक्टर श्री शर्मा ने सर्व सम्बंधितों को वजन त्यौहार के सम्बंध में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त किए जाने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि सही तरीके से सभी बच्चों का डाटाबेस तैयार हो। चार्ट में वजन , ऊंचाई, उम्र तथा अन्य आवश्यक जानकारी उल्लेखित की जाए, नोडल अधिकारी इसपर विशेष ध्यान दें। वजन त्यौहार हेतु वजन मशीन की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें, सभी केन्द्रों में अच्छी व्यवस्था हो।
’सुपोषण अभियान के क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं-कलेक्टर’
बैठक में कलेक्टर श्री शर्मा ने जिले में सुपोषण अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि सुपोषण अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं कि जाएगी।उन्होंने सभी सेक्टर सुपरवाइजर तथा सीडीपीओ को आंगनबाड़ी केन्द्रों में कुपोषित बच्चों को अण्डा तथा एनीमिक गर्भवती महिलाओं को सुपोषण थाली दिए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी कारणवश केंद्र तक पहुंच पाने में असमर्थ माताओं को टिफिन के जरिए सुपोषण थाली उपलब्ध करायी जा सकती है। गर्भवती तथा शिशुवती माताओं को दिए जा रहे टेक होम राशन का रजिस्टर रखें। बच्चों को आवश्यकतानुसार समय-समय पर नियमित रूप से एल्बेंडाजोल टेबलेट तथा आयरन सिरप दें, ताकि बच्चा बेहतर स्थिती में हो। उन्होंने सभी सीडीपीओ को निर्देश देते हुए कहा कि कुपोषित बच्चों को पोषण की स्थिती में लाने हेतु पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भेजें, इसके लिए रोस्टर तैयार करें।
’कुपोषित बच्चों के घर गृहभेंट कर परिवारजनों को कुपोषण मुक्ति के लिए करें प्रेरित’
कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक में गम्भीर कुपोषित बच्चों के घर गृहभेंट द्वारा बच्चों की दिनचर्या पर ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि माह में एक दिवस बच्चों के घर कुछ समय व्यतीत करें तथा परिवारजनों से बात कर दैनिक गतिविधियों के सम्बंध में चर्चा करें तथा स्वच्छता, देखरेख, भोजन के सम्बंध में जानकारी दें। कुपोषण मुक्ति के विषय में विशेषकर माताओं को जागरूक करें।