रामानुजगंज में प्रदेश का 23वां जिला एवं सत्र न्यायालय का हुआ शुभारंभ
गरीबों को सस्ता एवं सुलभ न्याय उपलब्ध कराने अधिवक्तागण बनें सहभागी: छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति श्री राधाकृष्णन
अम्बिकापुर, छत्तीसगढ़ के 23वां जिला एवं सत्र न्यायालय का शुभारंभ आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रामानुजगंज में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति श्री थोट्टाथील बी. राधाकृष्णन के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह की अध्यक्षता में किया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि श्री राधाकृष्णन ने कहा कि गरीब और असहाय व्यक्ति को सस्ता और सुलभ न्याय प्रदान करने की मानसिकता विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने इसके लिये न्यायाधीशों और अधिवक्तागणों को प्रोएक्टिव होकर कार्य करने पर जोर दिया।
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति श्री राधाकृष्णन ने कहा कि राज्य सरकार की अपेक्षा है कि लोगों को शीघ्र और त्वरित न्याय मिले, इसके लिये राज्य शासन द्वारा न्यायिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये अधिकारियों को नियुक्त करने, आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने तथा न्यायालय के भवनों का निर्माण कार्य प्राथमिकता से कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि न्यायालय में लंबित प्रकरणों को शीघ्र निराकृत करने के लिये आवश्यक प्रयास किये जा रहे हैं फिर भी इसमें और तेजी लाने की आवश्यकता है। श्री राधाकृष्णन ने कहा कि लंबित प्रकरणों की संख्या और न्यायाधीशों के प्रतिवेदन तथा अधिवक्ता संघ की लगातार मांग पर रामानुजगंज में जिला एवं सत्र न्यायालय खोलने हेतु छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा छत्तीसगढ़ शासन को प्रस्ताव भेजा गया था जिस पर रामानुजगंज को उपर्युक्त पाते हुये जिला एवं सत्र न्यायालय शुभारम्भ करने की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि रामानुजगंज में जिला एवं सत्र न्यायालय के खुलने से बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सुदूर अंचल के निर्धन, दीन-हीन और पिछड़े समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों को सस्ता और सुलभ न्याय उपलब्ध हो सकेगा। श्री राधाकृष्णन ने आगे कहा कि न्याय व्यवस्था से जुड़े न्यायाधीशगण एवं अधिवक्तागण निःस्वार्थ भाव से गरीबों को न्याय दिलाने में सहयोग करें एवं प्रकरणों का तत्काल निपटारा हो। यही उच्च न्यायालय की मंशा है एवं न्याय का सर्वभौमिक सिद्धांत है। श्री राधाकृष्णन ने बलरामपुर-रामानुजगंज के जिलेवासियों को नए जिला एवं सत्र न्यायालय शुभारम्भ होने की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने कहा कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के लोगों की वर्षों की मांग को पूरा करने का श्रेय छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश श्री टी.बी.राधाकृष्णन को जाता है। उन्होंने कहा कि आज यहां नगर के नागरिकों के चेहरों पर जिला एवं सत्र न्यायालय खुलने की अभूतपूर्व खुशी और उल्लास देखते ही बन रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामानुजगंज में जिला एवं सत्र न्यायालय खुलने से अब यहां के लोगों को न्यायालयीन कार्य के लिये अम्बिकापुर नहीं जाना पड़ेगा तथा उन्हें रामानुजगंज में ही न्याय मिल सकेगा और इस जिले से संबंधित लंबित प्रकरण शीघ्र ही अम्बिकापुर से यहां स्थानांतरित कर दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जिला एवं सत्र न्यायालय भवन के लिये स्थल का चयन किया जा चुका है तथा कलेक्टर को न्यायालय भवन के प्रस्ताव शीघ्र तैयार कर भेजने कहा गया है तथा प्रस्ताव मिलते ही उसे शीघ्र स्वीकृति दी जावेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सस्ता एवं सुलभ न्याय उपलब्ध कराने के लिये अधिक से अधिक लोक अदालत आयोजित करने की आवश्यकता है ताकि लोगों को न्याय के लिये भटकना नहीं पड़े और न्यायालयों में भी लंबित आवेदनों की संख्या न बढ़े। उन्हांेने कहा कि गरीब और असहाय लोगों को किस तरह शासकीय सहायता प्राप्त कर न्याय पा सकते हैं, इसकी भी जानकारी उन्हें दी जाए। मुख्यमंत्री ने अधिवक्ताओं से अपेक्षा की है कि वे गरीब व्यक्ति को सस्ता एवं सुलभ न्याय उपलब्ध कराने में अपना अमूल्य सहयोग प्रदाय करें।
जिला एवं सत्र न्यायालय अम्बिकापुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री बी.पी.वर्मा ने कहा कि आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के लोगों के लिये सौभाग्य का दिन है कि यहां प्रदेश का 23वां जिला एवं सत्र न्यायालय का शुभारम्भ हुआ है। उन्हांेने कहा कि न्याय के प्रति लोगों की आस्था बनी रहे, इसके लिये आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम के प्रारम्भ में कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने राष्ट्रगान और स्वागत गीत प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के गृह, जेल एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा, खेल एवं युवा कल्याण तथा बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के प्रभारी मंत्री श्री भईयालाल राजवाड़े, सरगुजा सांसद श्री कमलभान सिंह, रामानुजगंज विधायक श्री बृहस्पत सिंह, विधि विभाग के प्रमुख सचिव श्री रविशंकर शर्मा, सरगुजा संभाग के आयुक्त श्री अविनाश चम्पावत, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की डी.आई.जी. श्रीमती नेहा चम्पावत, रामानुजगंज के जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अशोक कुमार लुनिया, कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री टी.आर.कोशिमा, पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्री सदानन्द कुमार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री शिव अनंत तायल, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री विपिन बिहारी सिंह, उपाध्यक्ष सुश्री किरण यादव, सचिव श्री राकेश पाण्डेय, न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री अनुप कुमार तिवारी अधिवक्ता ने किया और आभार प्रदर्शन अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह ने किया।