सांसद के संरक्षण में बीएसपी लोगों को डरा धमकार आसियाने उजाड़ रहा-देवेंद्र
सांसद और पूर्व मंत्री को आड़े हाथ लिया विधायक देवेंद्र ने
भिलाई। बहुत दिनों बाद भिलाईनगर विधायक देवेंद्र यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान सांसद, पूर्व केबिनेट मंत्री के खिलाफ खुलकर बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि बीएसपी प्रबंधन का जो रवैय्या है, लोगों को डरा धमकाकर भरी गर्मी में लोगों का आसियाना उजाड़ रहे हैं, गंदा पानी दिया जारहा है। यह सब भाजपा के सांसद,पूर्व केबिनेट मंत्री और केंद्र में भाजपा की सरकार की मिलीभगत से हो रहा है।
यही नहीं देवेंद्र यादव ने सांसद विजय बघेल और पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश को आंड़े हाथ लेते हुए कहा कि ये दबाव की राजनीति करते हैं। इन्ही का रवैय्या बीएसपी अपना रहा है और बीएसपी क्षेत्र में जो भी समस्याएं हो रही है, वह सब इनकी और केंद्र में भाजपा की सरकार की वजह से हो रही है। लेकिन वे डरने वाले नहीं है और वे जनता के हित के लिए जनता के साथ सड़क की लड़ाई लड़ेंगे और लोगों को उनका हक मूलभूत सुविधाएं दिलाकर रहेंगे।
देवेंद्र यादव ने आगे कहा कि बीएसपी प्रबंधन का यह रवैय्या हमने कभी देखा नहीं। जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब बीएसपी प्रबंधन समनवय बनाकर काम कर रही थी और वर्तमान समय में टाउनशिप के लोग मूलभूत समस्याओं के लिए जूझ रहे है। पानी की समस्या है। गंदा पानी सप्लाई की जा रही है। लोगों को डराधमका कर घरों को खाली कराया जा रहा है। बीएसपी का यह रवैया केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के कारण ह। इससे आम नागरिकों को तकलिफ हो रही है। बीएसपी यदि अपने रवैया को चेंज नहीं करेगी तो उग्र आंदोलन करेंगे। बड़े सम्मान से पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय का नाम लेते हुए देवेंद्र ने कहा कि उनका दोहरा चरित्र, जनता के सामने है। एक तरह उनकी केंद्र की सरकार है। जिस सरकार के अधिनस्त बीएसपी है। वो मिलीभगत से जनता को प्रताड़ित कर रहे है।
मूलभूत सुविधा बीएसपी की जिम्मेदारी
टॉउनशिप में जो हमारे रहवासी है, उनके मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति बीएसपी को करनी पड़ेगी। उनकी मूलभूत चीजों को ध्यान देना होगा। सफाई, पानी आदि बीएसपी का काम है लेकिन बीएसपी राजनीति कर रही है। यह सब राजनीति खेल सांसद के संरक्षण में हो रहा है। मैंने सूना है कि वे सेलबोर्ड के सदस्य भी है। वे खुद टाउनशिप में रहते हैं। केंद्र में उनकी सरकार है। इसके बाद भी बीएसपी प्रबंधन गरीबों का आसियाना उजाड़ दे रही है। गंदा पानी दे रही है। क्या कर रहे हैं वो? मैं यह उनसे पूछना चाहता हूं।