भिलाई में राजभाषा कार्यशाला का आयोजन
भिलाई । भिलाई सेल के तकनीकी सलाहकार संस्थान एवं नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति भिलाई-दुर्ग के सम्मानीय सदस्य संस्थान सेंटर फॉर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीईटी) भिलाई उप केंद्र में राजभाषा नियम, अधिनियम तथा कार्यालयीन कार्यों में हिंदी को बढ़ावा देने हेतु राजभाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीईटी/सेल, भिलाई के मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी अनुराग उपाध्याय उपस्थित थे। कार्यालय में हिंदी कार्यो को सरल-सुलभ बनाने साथ ही विभाग में सभी कार्मिकों को राजभाषा नियम, अधिनियम की संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो इस हेतु श्रीमती अनुराधा धनांक, उप मंडल अभियंता, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) दुर्ग द्वारा प्रस्तुतिकरण के माध्यम से उपयोगी जानकारी दी गई।
कार्यशाला के मध्य प्रस्तुतिकरण पश्चात आमंत्रित अतिथि श्रीमती अनुराधा धनांक द्वारा राजभाषा नियम-अधिनियम, प्रारूप, सहित ज्ञान आधारित भारत के प्रख्यात कवि, लेखक, साहित्यकार, दार्शनिक, वैज्ञानिक, हिंदी से संबंधित भाषा-शैली जैसे अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के साथ अभ्यास कार्य भी कराया गया, जिसमें सेट भिलाई के सौरभ कुमार राजा, श्रीमती मंजू हरिदास, ए के श्रीवास्तव, मोहन उमरे, आशीष शुक्ला, चैतन्य, रवि राय, पुनीत चौबे, असीम साहू, पारमिता मोहंती, संदीप कुमार, धीरज शाह, विनय कुमार यादव, ए वाय वी चेनुलू, दयानंद साहू, गोपी कृष्णन, सुधीर अग्रवाल, नितिन चौबे, श्रीमती प्रेमालतामोहन सहित सेट भिलाई के अन्य सभी कार्मिकों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। अभ्यास कार्य प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले कार्मिकों को संस्थान प्रमुख अनुराग उपाध्याय, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी द्वारा पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है। कार्यालय में राजभाषा हिंदी के अनुपालन हेतु हमें शत-प्रतिशत पत्र व्यवहार व कार्य हिंदी में ही करना चाहिए। हिंदी बहुत ही सहज व सरल भाषा है। आप देश के किसी भी भाग में चले जाए हिंदी बहुत ही सहजता व सरलता से समझी व बोली जाती है। उन्होंने राजभाषा कार्यशाला के आयोजन को एक अच्छा प्रयास बतलाते हुए कार्यक्रम में उपस्थित समस्त कार्मिकों तथा प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। साथ ही कार्यालयीन व्यवहार में ही नहीं अपितु अपने दैनिक जीवन में भी हिंदी के उपयोग को और बढ़ाने की अपील की।