हमर क्लिीनिक से लोगों को मिलेगा बेहतर ईलाज
रायपुर 25 अप्रैल 2022 : स्वास्थ्य मंत्री टी.एस सिंहदेव ने आज शाम जिला चिकित्सालय, पंडरी पहुंचकर स्वास्थ्य सेवाओं का अवलोकन एवं व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने दवाई स्टोर, डायलिसिस सेंटर, हमर लैब, माइक्रोबायोलॉजी विभाग सहित अस्पताल के व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय में मरीजों के लिए आवश्यक मात्रा में दवाईयां भण्डारण करने के निर्देश दिए। चिकित्सालय में लगभग 150 प्रकार की दवाईयां में से जिन दवाईयों का उपयोग कम है, ऐसे दवाईयों के मात्रा में कमी की जा सकती है।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि आम लोगों को बेहतर स्वस्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शहर के मौहल्लों में हमर क्लिीनिक के नाम से अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। इन अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना की जाएगी। इन अस्पतालों के स्थापित होने से जिला चिकित्सालय में ओ.पी.डी. की संख्या में कमी आएगी। जिला चिकित्सालय पंडरी में मरीजों के बेहतर इलाज के लिए 130 बिस्तर की सुविधा दी गई है। सी.एम.एच.ओ डॉ मीरा बघेल ने बताया कि कोविड के चलते अस्पताल के कई वार्डो को कोविड मरीजों के लिए आरक्षित रखा गया था। वर्तमान में अब इन वार्डो में भी मरीजों के ईलाज सुव्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है। जिला अस्पताल को मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां पर हमर लैब में मरीजों के लिए 128 प्रकार के परीक्षण की व्यवस्था है। वहीं किडनी मरीजों के लिए डायलिसिस युनिट भी स्थापित किया गया है।
मंत्री टी.एस सिंहदेव ने निरीक्षण के दौरान निर्देशित किया कि अस्पताल अधोसंरचना का बेहतर उपयोग करें। जिले के साथ-साथ राज्य के सभी अस्पतालों का निरीक्षण कर बेहतर ईलाज के लिए व्यवस्था को दुरूस्त किया जाएगा। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में दवाईयों का भण्डारण, बिस्तरों की व्यवस्था, आवश्यक जांच मशीन के साथ-साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की पदस्थापना भी की जाएगी। डॉ मीरा बघेल ने बताया कि रायपुर जिले में वर्तमान में माना में आख के मरीजों और कालीबाड़ी में बच्चों के डिलीवरी के लिए व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस व्यवस्था से ओ.पी.डी की संख्या में कमी आई है। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मेंत्री टी.एस.सिंहदेव से उन्होंने ओ.पी.डी के समय को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक करने की गुजारिश की, जिस पर मंत्री द्वारा आवश्यक पहल करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय में पदस्थ चिकित्सक सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।