मोदी सरकार की मुनाफाखोरी और महंगाई दोनों बेलगाम – मोहन मरकाम
आजादी के बाद से कांग्रेस ने मजबूत राष्ट्र बनाया भाजपा तगहाल देश बनाने में जुटी
रायपुर/19 अप्रैल 2022। थोक महंगाई दर में हुई वृद्धि को लेकर मोदी सरकार को घेरते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि केंद्र में बैठी मुनाफाखोर मोदी सरकार की बदौलत देश में महंगाई और भी ज्यादा विस्फोटक होने लगी है। एक ओर खुदरा महंगाई में लगातार बढ़ोतरी के कारण आम आदमी अपनी रोजमर्रा के जरूरत की चीजों से दूर होते जा रहा है वही अब थोक महंगाई दर में 14.55 प्रतिशत का उछाल यह बताता है कि आम आदमी को अब खाने और पहनने के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा। हर जगह महंगाई से हाहाकार मचा हुआ है,मगर देश की गूंगी-बहरी सरकार को कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। केवल आम जनता से लूटना और अपने उद्योगपति मित्रों की जेब भरना मोदी सरकार का मुख्य धंधा बना हुआ है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी निर्मित महंगाई देश के आम आदमी पर चौतरफा अत्याचार कर रही है। ईंधन के दाम पिछले 20 दिनों में 11 प्रतिशत बढ़ चुके हैं। पिछले आठ सालों में केंद्र सरकार ने बार-बार पेट्रोल और डीजल पर करों में वृद्धि कर जनता से 26 लाख करोड़ रुपये वसूल लिए हैं। इसके बावजूद मोदी सरकार के वसूली का सिलसिला थम नहीं रहा है। मोदी सरकार के चालचलन से साफ समझ आता है कि देश की पूंजीवादी सरकार चंद औद्योगिक घरानों की चाकरी और चौकीदारी कर रही है। देश में गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी ने उत्पात मचा रखा है, मगर जनता की चुनी केंद्र सरकार उद्योगपतियों को राहत देने में लगी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि देश में हर रोज गरीबों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, हर रोज किसी न किसी उपक्रम पर ताला लग रहा है, प्रतिवर्ष दो करोड़ रोजगार देने की बात करने वाली सरकार में हर रोज सैकड़ों लोग बेरोजगार हो रहे हैं। देश के आजाद होने के बाद नई योजनायें बनाया। सिंचाई सुविधायें बढ़ाकर नये कल कारखाने लगाकर शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधायें बढ़ाकर कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने भारत को मजबूत राष्ट्र के रूप में खड़ा किया। मोदी सरकार की नीतियों से देश का आम आदमी बदहाल और कर्जदार हो रहा है। भाजपा देश को आजादी के तुरंत बाद वाली उस स्थिति में लाना चाहती है, जब लोगों के पास खाने के लिए अनाज और पहनने के लिए कपड़ा नहीं था। जनता को दाने-दाने का मोहताज करने वाली मोदी सरकार को सत्ता में रहने का बिल्कुल भी नैतिक अधिकार नहीं है।