मुंबई में सीएसआर जर्नल उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए
मुंबई : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने समाज के वंचित वर्गों के बीच सामाजिक आर्थिक परिवर्तन लाने में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व और सामाजिक उद्यमिता की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया है। उन्होंने प्रौद्योगिकी का उत्पादक तरीके से उपयोग करते हुए सामाजिक चेतना, सामाजिक जिम्मेदारी और सामाजिक जागरूकता के साथ सामाजिक उद्यमिता की आवश्यकता को संदर्भित किया।
उन्होंने कहा कि लोगों को अपने पांवों पर खड़ा करने में सक्षम बनाने के लिए सामाजिक क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह बात आज 20 मार्च, 2022 को मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र में आयोजित सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवार्ड्स के चौथे संस्करण को संबोधित करते हुए कही।
उत्कृष्टता पुरस्कार 2021 मानवीय पहलों में व्यक्तियों तथा समूहों के जिम्मेदार नेतृत्व को सम्मानित करते हुए विभिन्न श्रेणियों में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षेत्र में नवोन्मेषी तथा सर्वोत्तम प्रथाओं को पुरस्कृत करता है। इन पुरस्कारों में सात पुरस्कार श्रेणियों अर्थात कृषि और ग्रामीण विकास, कोविड-19 राहत, शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण, पर्यावरण, स्वास्थ्य और स्वच्छता, खेल और महिला अधिकारिता तथा बाल कल्याण में सीएसआर में योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस कार्यक्रम के मुख्य गणमान्य व्यक्ति थे।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकों की सामाजिक जिम्मेदारी एक और महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे अनिवार्य रूप से कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के साथ जोड़ा जाना चाहिए। राज्यपाल ने सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय बनाने में सहायता करने में कॉर्पोरेट क्षेत्र की भूमिका की सराहना की।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जहां कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व समाज के वंचित वर्गों में एक महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाने में सहायता कर रहा है, वहीं हमें उस तरह का काम करना चाहिए जिससे एक बार हमारी सहायता प्राप्त करने वाले लोगों को भविष्य में अपने समस्त जीवन के लिए इस तरह की और मदद लेने की आवश्यकता न हो।
गडकरी ने जनसमूह को स्मरण दिलाया कि देश में 115 आकांक्षी जिले हैं, जो सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े हैं। उन्होंने कहा कि इन जिलों में लोगों की बेहतरी में योगदान देने वाले लोगों और संगठनों को सीएसआर सेक्टर द्वारा विशेष प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।
गडकरी ने ज्ञान और अपशिष्ट को संपदा में बदलने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “नवोन्मेषण, उद्यमिता, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान कौशल और सफल अभ्यास वे हैं जिन्हें हम ज्ञान कहते हैं। ज्ञान को संपदा में रुपांतरित करना ही भविष्य है। अपशिष्ट को संपदा में रुपांतरित करना उपयुक्त तकनीक और नेतृत्व के उपयुक्त विजन पर निर्भर करता है।
उन्होंने स्मरण दिलाया कि लगभग 8 साल पहले जब उन्होंने नागपुर के मेयर से कहा था कि वे सीवेज का पानी बेचेंगे, तो इस बात पर सभी को संदेह था। उन्होंने बताया कि यह जिला अब राज्य की बिजली परियोजनाओं को शुद्धीकृत सीवेज पानी बेचने के जरिए 315 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की आय प्राप्त कर रहा है।
गडकरी ने बताया कि सरकार ने कोलतार वाली सड़कों में 10 प्रतिशत रबर अपशिष्ट और अपशिष्ट प्लास्टिक डालने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि अपशिष्ट प्लास्टिक प्राप्त करने और बिटुमेन सड़कों में उपयोग करने के लिए महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को जोड़ा जा रहा है, जिससे कि अपशिष्ट से मूल्य के सृजन में सक्षम बनाया जा सके।
उन्होंने एक अन्य उदाहरण का उल्लेख किया, जिसमें तिरुपति से बाल की खरीद की जा रही है, जिसका उपयोग करते हुए अमीनो एसिड आधारित सूक्ष्म पोषक तत्वों का उत्पादन किया जा रहा है, जो पौधों के लिए बहुत लाभप्रद साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “ऐसे कई अवसर हैं जहां प्रौद्योगिकी का उपयोग समाज को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा सकता है।” गडकरी ने जोर देकर कहा कि आर्थिक व्यवहार्यता लाने और लोगों की सेवा करने के लिए प्रौद्योगिकी, नवोन्मेषण, अनुसंधान और अनुभवों का उपयोग करके सीएसआर फंड का इस्तेमाल करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर महाराष्ट्र सरकार के पूर्व वित्त, योजना और वन मंत्री तथा महाराष्ट्र विधान सभा के वर्तमान सदस्य सुधीर मुनगंटीवार, जो इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि भी थे, को सामाजिक परिवर्तन नेता पुरस्कार प्रदान किया गया।
लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार पूर्व भारतीय क्रिकेटर और प्रशासक दिलीप वेंगसरकर को दिया गया। सयाजी शिंदे को रिस्पॉन्सिबल फिल्म एंटरटेनर एंड कंजर्वेशनिस्ट पुरस्कार प्रदान किया गया। एडफैक्टर्स पीआर के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक मदन बहल ने पीआर और संचार में सर्वश्रेष्ठ पद्धति पुरस्कार प्राप्त किया।
लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार स्त्री मुक्ति संगठन के प्रकाश आमटे और श्रीमती मंदाकिनी आमटे तथा सुज्योति म्हापसेकर को दिया गया। मारीवाला हेल्थ इनिशिएटिव के निदेशक राज मारीवाला को यूथ आइकन पुस्कार प्रदान किया गया।
मालविका अय्यर को इंस्पायरिंग यंग चेंजमेकर अवार्ड और तन्मय भट को इन्फ्लुएंसिंग यूथ आइकॉन पुरस्कार प्रदान किया गया।