आदिवासी उत्पीड़न की जिम्मेदार भाजपा ने गुंडा धूर की मूर्ति पर भी धूर्तता दिखा दी- कांग्रेस
रायपुर/10 फरवरी 2022। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक द्वारा जारी आडियो विजुअल बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि पंद्रह साल तक आदिवासियों के उत्पीड़न, शोषण का काला अध्याय लिखने वाली भाजपा अब अमर शहीद आदिवासी जननायक गुंडा धूर की प्रतिमा स्थापित किये जाने के अवसर पर भी राजनीतिक धूर्तता दिखाने से बाज नहीं आई। कांग्रेस हमेशा से आदिवासियों, दलित, शोषित, पीड़ित, वंचित, पिछड़े तबके, गरीब, मजदूर, किसान के साथ रही है। और कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार समाज के इस बहुत अहम वर्ग के उत्थान के कार्य कर रही है। भाजपा के राज में इन वर्गों का सिर्फ शोषण हुआ है। निर्दोष आदिवासियों को उत्पीड़न के अलावा भाजपा ने और कुछ नहीं दिया। इसीलिए छत्तीसगढ़िया समाज के हर वर्ग ने भाजपा को सत्ता से उखाड़ कर फेंक दिया। आदिवासी समाज ने बस्तर से इनका बोरिया बिस्तर समेट दिया। लगभग यही स्थिति राज्य भर में हुई। पंद्रह साल अन्याय, अत्याचार, लूट खसोट, घपले-घोटाले करने वाले कमीशनबाजों की मंडली पंद्रह पर निपट गई। तब भी आदिवासी विरोध की लत नहीं छूट रही।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि किसानों का बोनस हड़प लेने वाली भाजपा आज वनोपज के बोनस की बात कर रही हैं। झूठ बोलने की इनकी कोई हद नहीं है। आदिवासियों को उनका अधिकार कांग्रेस ने ही दिया है। भाजपा की सरकार ने तो आदिवासियों की जमीन छीनी थी, कांग्रेस ने वापस लौटाई। भाजपा ने आदिवासी को आदिवासी से लड़वाने का काम किया। भाजपा ने निर्दोष आदिवासियों को नक्सली बताकर फर्जी मुठभेड़ में हत्या कराई। बेकसूर आदिवासियों को जेल में ठूंसा। कांग्रेस की सरकार ने उन्हें मुक्ति दिलाई। उनके साथ न्याय किया। भाजपा ने आदिवासियों के स्वर्ग वनांचल को तो नक्सलगढ़ बनाया ही, शहरी इलाकों में भी नक्सल नेटवर्क भाजपा सरकार की नाकामी की ही देन है। लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हालात बदल गए हैं। नक्सलवाद सिमट चुका है। अब विकासवाद का बोलबाला है। नक्सल मामले में राजनीति कर रहे नेता प्रतिपक्ष को अपनी सरकार के समय का इतिहास याद कर लेना चाहिए, जब झीरम के षड्यंत्र में कांग्रेस की एक पीढ़ी ने शहादत दी। कौशिक पीछे मुड़कर देख लें तो उनको पता चल जायेगा कि तब आदिवासी के साथ क्या हो रहा था और अब उनका विकास हो रहा है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े, महिलाएं, नौजवान, सियान, गरीब, किसान, मजदूर सबके साथ कांग्रेस का हाथ है।