ये कैसी जनसुनवाई , बिना जनता के जानकारी में चंद लोगो के मध्य आपसी सहमति से जनसुनवाई करना चाहती है अंबुजा सीमेंट कंपनी
अंबुजा सीमेंट संयंत्र द्वारा लगाए जा रहे तीसरी इकाई की जन सुनवाई जनभावनाओं के विपरीत*जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने की रोक लगाने की मांग
,अर्जुनी/रवान* – 9 फरवरी को अंबुजा सीमेंट संयंत्र द्वारा तीसरी इकाई के लिए जनसुनवाई का आयोजन करने जा रही है जिसे जिला कांग्रेस अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर ने जनभावनाओं के विपरीत बताते हुए कलेक्टर से स्थगित करने की मांग करते हुए कहा है कि अंबुजा सीमेंट संयंत्र से होने वाले प्रदूषण के कारण आसपास की भूमि बंजर हो रही है साथ ही लोगों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है. फैक्ट्री द्वारा पत्थर तोड़ने में उपयोग होने वाली विस्फोटक सामग्री से लेकर चिमनी से निकलने वाली धुँए से प्रदूषण उगलता है।सीमेंट फैक्ट्री के आसपास उड़ती धूल से होने वाली बीमारियों और वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने को लेकर कोई सजग नहीं है फैक्ट्री से हर दिन कितना प्रदूषण हो रहा है और इसे रोकने के लिए कौन-कौन से इंतजाम किए गए इसका कोई भी रिकॉर्ड नहीं है जिसकी वजह से आसपास के लोग टीवी श्वास दमा कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रस्त हो गए हैं। फैक्ट्री से उड़ने वाले चूना पत्थर के महीन धूल के कण से खेतों को नुकसान हो रहा है व बंजर बना रही है उसकी उर्वरा शक्ति खत्म हो रही है कुकुरदी ,ढनढनी,करमनडीह पिपराही, आदि क्षेत्रों में नवीन माइंस की स्थापना कर कन्वेयर बेल्ट के द्वारा पत्थरों को ढोया जा रहा है जिससे होने वाली ध्वनि प्रदूषण से सभी ग्रामवासी परेशान हैं यही नहीं प्रबंधन की ओर से लाइमस्टोन पत्थर की खुदाई करके गहरी -गहरी खाई बना दी गई है इन खाईयों के चारों ओर प्रबंधन द्वारा पौधारोपण कर दिया गया है ताकि किसी की नजर इन खानों पर ना पढ़ सके वही संयंत्र मशीनरीकृत होने से आसपास के लोगों को रोजगार से भी वंचित होना पड़ रहा है नए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना तो दूर पुराने कार्यरत मजदूरों की भी छटनी की जा रही है छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा लाइमस्टोन का प्रचुर मात्रा में दोहन कर अन्य राज्यों में क्लीनकर बनाकर भेजा जा रहा है वहां सीमेंट तैयार किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार से वंचित होना पड़ रहा है वहीं पर छत्तीसगढ़ शासन को भी अपेक्षाकृत खनिज रॉयल्टी जीएसटी एक्ससाइज ड्यूटी का भी नुकसान हो रहा है। जिलाध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर ने संयंत्र की तीसरी इकाई की जनसुनवाई पर रोक लगाने की मांग करते हुए कहा है कि सीमेंट संयत्र गुपचुप तरीके सर जनसुनवाई कर स्थानीय लोगों की उपेक्षा और उनके अधिकारों का हनन करती है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कियदि 9 फरवरी को जनसुनवाई का आयोजन किया गया तो आसपास के ग्रामवासियों तथा कांग्रेस पार्टी के द्वारा जनसुनवाई के खिलाफ प्रदर्शन किया जायेगा।