विश्वासघाती भाजपा नौटंकी दिखाने की बजाय किसानों से माफी मांगे- कांग्रेस’
’उसना चावल खरीदने मोदी से क्यों नहीं कहते भाजपाई’
रायपुर/02 फरवरी 2022। भाजपा की धान खरीदी की मियाद बढ़ाने और भीगा हुआ धान खरीदने की मांग पर प्रतिक्रिया व्यकत करते हुये प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों की चिंता दूर करने धान खरीदी की समयसीमा एक सप्ताह बढ़ा चुकी है। अब तक 21.38 लाख किसानों के लगभग 96 लाख मिट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। चालू खरीफ वर्ष में धान बेचने 22 लाख 66 हजार किसानों ने पंजीयन करवाया था। 1 दिसंबर से 31 जनवरी तक धान खरीदी का तिथि तय किया गया था। बीच में मौसम खराब होने की वजह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार ने किसानों को तनाव मुक्त करने धान खरीदी की तिथी एक सप्ताह बढ़ाये थे। भाजपा नेता धान बेचने के बाद राजनीति कर रहे। किसानों के हित में किसानों की सरकार हरसंभव प्रयास करने से कभी न तो पीछे हटी है और न कभी ऐसा होगा। भाजपा को नौटंकी दिखाने की कोई जरूरत नहीं है। अगर रमन सिंह सहित भाजपा के नेताओं को किसानों की जरा सी भी चिंता होती तो बारदाना संकट पैदा करने की साजिश नहीं की गई होती। रमन सिंह अगर चाहते हैं कि किसानों का भीगा धान खरीदा जाय तो वे केंद्र की मोदी सरकार से छत्तीसगढ़ का उसना चावल खरीदने क्यों नहीं कह रहे है वहां तो ये भीगी बिल्ली बन जाते हैं और यहां राजनीतिक प्रपंच करते हैं। यदि मोदी सरकार उसना चावल खरीदने तैयार हो जाये तो भीगे धान से उसना चावल बन सकता है। दरअसल रमन सिंह और उनकी मंडली को किसानों की कोई चिंता नहीं है। बल्कि इनकी मोदी सरकार तो किसान की जिंदगी पर कारपोरेट घरानों का कब्जा कराने तीन काले कानून लेकर आई थी। किसान आंदोलन खत्म करने के लिए जो वादे किए गए वे अब तक पूरे नहीं किये। तभी तो किसान विश्वासघात दिवस मनाने मजबूर हो रहे हैं। भाजपा ने छत्तीसगढ़ सहित देश भर के किसानों के साथ विश्वासघात किया है न तो एमएसपी की गारंटी का वादा पूरा किया न ही किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिजनों को मुआवजा मिला। भाजपा को किसानों पर कुछ भी कहने का कोई हक नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों से किये सभी वादे तत्काल पूरे किए है। सरकार ने वादे के मुताबिक कर्ज माफ किया, 2500 की दर से धान खरीदी की जा रही है। धान के अलावा अन्य फसलों का समुचित मूल्य बढ़ाते हुए उनकी खरीदी भी समर्थन मूल्य पर राज्य सरकार कर रही है लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों के लागत मूल्य से दोगुने दाम के वादे सहित एक भी वादा पूरा करने की कोशिश तक नहीं की। इसलिए भाजपा को किसानों के नाम पर दिखावा करने से बाज आना चाहिए। भाजपा को किसानों से माफी मांगनी चाहिए कि उसने उनके साथ छल कपट किया है लेकिन उसके नेता बेशर्मी से किसानों के बीच जाकर ढोंग कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन सिंह की सरकार के समय हुआ अपना शोषण किसान किसी हाल में नहीं भूल सकते। घपलों घोटालों में डूबी रही रमन सरकार ने किसानों की कभी कोई सुध नहीं ली। किसान कर्ज के बोझ से दबकर आत्महत्या करने मजबूर होते रहे। अब कांग्रेस सरकार किसानों की बेहतरी के लिए काम कर रही है, उनकी आर्थिक स्थिति सुधर रही है तो रमन सिंह की छाती में दर्द हो रहा है। यदि उनमें हिम्मत है तो किसानों से वादाखिलाफी करने वाले मोदी से किसानों को न्याय दिलवाकर दिखाएं। वैसे हमारी सरकार तो किसान, गोधन और खेतिहर मजदूर सहित सबके साथ न्याय कर ही रही है और यह न्याय अन्यायी भाजपा को सहन नहीं हो रहा है।