आपदा में अनर्गल बयानबाजी कर केवल अपनी राजनीति चमकाने का अवसर तलाश रहे हैं छत्तीसगढ़ के भाजपाई
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लापरवाही के चलते देशभर में फैला ऑमिक्रोन, केंद्र के निकम्मेपन का ठीकरा राज्यों पर फोड़ने का कुत्सित प्रयास निंदनीय है
रायपुर/07 जनवरी 2022/ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने सांसद सुनील सोनी और भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि डब्ल्यू.एच.ओ. के द्वारा कोरोना के नए वेरिएंट “ओमीक्रोन“ पर अलर्ट जारी करने के तत्काल बाद ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र की मोदी सरकार से मांग की थी कि विदेशों से आने वाले यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर ही जांच और क्वॉरेंटाइन करने की व्यवस्था की जाए। उन्हें सीधे देश के भीतर किसी राज्य में जाने की अनुमति न दी जाए। पूर्व में भी दो लहरों के पीछे केंद्र की यही गलती/उपेक्षा/लापरवाही उजागर हुई थी जो इस बार पुनः दोहराई जा रही है। भाजपा नेताओं को यह मालूम होना चाहिए कि पूर्व के डेल्टा वैरिएंट की तरह ही ऑमिक्रोन भी विदेशों से ही आया है। छत्तीसगढ़ में तो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है नहीं और विदेश विभाग, उड्डयन मंत्रालय केंद्र सरकार के अधीन है। संघीय व्यवस्था के तहत अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सुरक्षा का जिम्मा भी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का है। महामारी अधिनियम भी केंद्रीय अधिनियम है और उक्त संदर्भ में एडवाइजरी जारी करने का अधिकार भी केंद्र को ही है। विदेश से लौटे यात्रियों की सूची केंद्र सरकार के विदेश विभाग और विमानन विभाग के द्वारा पहले भी राज्यों को विलंब से भेजी जाती रही। महत्त्वपूर्ण जानकारी भी त्रुटि पूर्ण दी गई। सैकड़ों यात्री जो विदेशों से लौटकर आए उनके फोन नंबर बंद मिले और पते भी गलत निकले जिससे उनको ट्रेस कर पाना मुश्किल था। यदि उन्हें अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में उतरने के साथ ही वहीं पर क्वारंटाइन कर दिया गया होता तो पूरे देश में आज संक्रमण की स्थिति इतनी भयावह नहीं होती। जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल पहले विशाखापट्टनम में भेजने की बाध्यता थी और अब भुवनेश्वर, जबकि मोदी सरकार से लगातार मांग की जा रही है कि एम्स रायपुर और मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रायपुर में “जिनोम सीक्वेंसिंग“ की अनुमति दी जाए, ताकि समय पर रिपोर्ट प्राप्त हो सके। दुखद है कि सांसद सुनील सोनी और भाजपा नेताओं का रवैया छत्तीसगढ़ के हक और हित के खिलाफ रहा है। सभी आवश्यक कदम उठाने के बावजूद यदि छत्तीसगढ़ में नए संक्रमितों के कुल 2400 के आंकड़े पर आरोप लगाते हैं तो बताए कि क्या देशभर में कल एक ही दिन में 1,17,100 नए संक्रमित और 302 मौत के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार नहीं है? देशभर में अबतक लगभग 3 करोड़ 52 लाख 26 हज़ार 386 से अधिक मामले और 4,83,178 से अधिक मौत के पीछे क्या मोदी सरकार की लापरवाही और बद-इंतजामी ही नहीं है?
पीसीसी प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार कोरोना के जांच, वेक्सिनेशन और इलाज की बेहतर व्यवस्था के लिए कृत संकल्पित है। पहले दिन से ही कोरोना के खिलाफ जंग जिला स्तर पर कार्ययोजना बनाकर प्रदेश सरकार प्रथम मोर्चे पर लड़ रही है। कोविड केयर सेंटर, क्वॉरेंटाइन सेंटर, अस्पतालों में अतिरिक्त बिस्तर, ऑक्सीजन, जांच और अधिक से अधिक वैक्सीनेशन के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। रोजगार, व्यवसाय को बाधित किए बिना ही संक्रमण के फैलाव को रोकने जनभागीदारी और आमजन के सहयोग से सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। पूर्व की तरह अभी छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता विपक्ष की भूमिका निभाने, उचित सलाह और सुझाव देने, पीड़ितों की मदद करने के बजाय केवल मिडिया में बने रहने के लिए कोरी बयानबाजी कर अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं। छत्तीसगढ़ के भाजपाई मोदी सरकार की नाकामी और भाजपा सांसदों के निकम्मेपन से ध्यान भटकाने तथ्यहीन और आधारहीन आरोप लगाकर कोरोनावरियर्स के पुरुषार्थ को कलंकित करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं।