पहले डोज के 90 प्रतिशत कवरेज वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ भी शामिल
प्रदेश में सीजीटीका पोर्टल से लगे हैं 12.31 लाख टीके, इनमें 12.02 लाख पहली डोज के, कोविन पोर्टल के आंकड़ों में यह शामिल नहीं
प्रदेश में तेजी से हो रहा है टीकाकरण, धान खरीदी केंद्रों पर भी लगेंगे टीके, कोरोना जांच की सुविधा भी
रायपुर. 30 नवम्बर 2021. प्रदेश में कोरोना टीकाकरण का शत-प्रतिशत लक्ष्य जल्द से जल्द हासिल करने के लिए तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज सभी कलेक्टरों और संभागायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस से बैठक कर इसकी प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने धान खरीदी केंद्रों पर भी कोरोना की जांच और टीकाकरण की व्यवस्था के निर्देश दिए। कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी नए वेरिएंट की त्वरित पहचान और बचाव के लिए सभी जिलों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। टीकाकरण में तेजी लाने और रोजाना जांच की संख्या बढ़ाने भी कहा गया है। मुख्य सचिव ने शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों में कोविड अनुकूल व्यवहार के प्रचार-प्रसार, संक्रमण बढ़ने की स्थिति से निपटने के लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों और कोविड केयर सेंटर्स में पर्याप्त बिस्तरों, दवाईयों, ऑक्सीजन सिलेण्डर, वेंटिलेटर सहित अन्य जरूरी व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना टीकाकरण के अंतर्गत पहले डोज के 90 प्रतिशत कवरेज वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ भी शामिल है। प्रदेश में सीजीटीका पोर्टल के माध्यम से कुल 12 लाख 31 हजार 367 टीके लगाए गए हैं। इनमें पहले डोज के रूप में लगाए गए 12 लाख दो हजार 435 टीके और दूसरे डोज के तौर पर लगाए गए 28 हजार 932 टीके शामिल हैं। केंद्र सरकार के कोविन पोर्टल के आंकड़ों में यह शामिल नहीं है। कोविन पोर्टल और सीजीटीका पोर्टल के आंकड़ों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना टीकाकरण के लिए पात्र 90 प्रतिशत आबादी को पहला टीका लगाया जा चुका है।
प्रदेश में सभी आयु वर्गों को मिलाकर एक करोड़ 96 लाख 51 हजार लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाया जाना है। कोविन पोर्टल और सीजीटीका पोर्टल के आंकड़ों को मिलाकर अब तक एक करोड़ 76 लाख नौ हजार 633 लोगों को कोरोना से बचाव के लिए पहला टीका लगाया जा चुका है। पहली और दूसरी, दोनों खुराकों को मिलाकर प्रदेश में अब तक कुल दो करोड़ 70 लाख नौ हजार 771 टीके लगाए जा चुके हैं। इनमें कोविन पोर्टल और सीजीटीका पोर्टल, दोनों के आंकड़ें शामिल हैं।