November 23, 2024

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल महामहिम अनुसूइयां उइके ने किया कवियत्री श्रीमति धनेश्वरी सोनी की दो-विश्व रिकॉर्ड पुस्तकों की सराहना

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जोगी एक्सप्रेस न्यूज़ चैनल के साथ शशिभूषण सोनी की खास रिपोर्टिंग


जांजगीर-चांपा। न्यायधानी बिलासपुर में आयोजित एक समारोह के दौरान छत्तीसगढ़ की राज्यपाल महामहिम अनुसुइया उइके ने स्वर्णकार समाज की प्रतिभावान कवियत्री श्रीमती धनेश्वरी सोनी की दो प्रकाशित कृति तुलसीदास कृत ‘हनुमान चालीसा का छत्तीसगढ़ी भाषा’ में अनुवाद और ‘गुल की दोहावली ‘नामक विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली कृति की सराहना करते हुए बधाई दी।
प्रगतिशील स्वर्ण एवं रजत समिति के सचिव शशिभूषण सोनी ने बताया कि श्रीमती धनेश्वरी सोनी “गुल” कविता और छोटी-छोटी साहित्यिक, सांस्कृतिक मंचों की साधिका रही हैं। उनके भीतर काव्य चेतना कई सालों भावों में बह रही थी । इस बात को प्रमाणित करता हैं उनकी दो प्रकाशित कृति:गुल की कुण्डलियां,गुल की दोहावली और हाल में ही उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में हनुमान चालीसा तुलसीकृत ग्रंथ का भावानुवाद किया हैं। कई सालो की अथक साधना से यह उनकी यह धार्मिक कृति बहुत ही सुंदर प्रस्तुत। एकदम सटीक। मातृभूमि के प्रति ऋण चुकाने का सोलह आने-सच और सटीक चित्रण अपने किया हैं। छत्तीसगढ़ी भाषा का सुंदर प्रयोग और भावों को स्वर देते हुए प्रभावी शब्दों के माध्यम से एक गिलहरी-सा सहयोग मानती हैं भाषा के प्रति उदार हदय वाली धनेश्वरी बहनजी।
जांजगीर-चांपा जिले के जिला मुख्यालय पर इनका मायका बलौदा में ससुराल और बिलासपुर में निवासरत श्रीमति धनेश्वरी सोनी इसका श्रेय अपने गुरुदेव, माता-पिता, पतिदेव श्री शत्रुहन कुमार सोनी, बच्चों और दोस्तों-रिश्तेदारों को देती हैं।
पूर्व पार्षद एवं महादेवी महिला साहित्य रत्न से सम्मानित श्रीमती शशिप्रभा सोनी ने कहा कि ऐसा ग्रंथ ईश्वरीय कृपा से ही लिखने-पढ़ने को लोगों को मिलता हैं और लोग श्रद्धा-भक्ति से पढ़कर संस्कारित होते हैं।
ईश्वरीय उपासिका और हनुमंत भक्त धनेश्वरीजी ने दूसरी तुलसीदास बन श्रीरामचंद्रजी की प्रेरणा से इस ग्रंथ का अनुवाद छत्तीसगढ़ी भाषा में किया हैं,जिसे महामहिम राज्यपाल महोदया ने सराहा हैं।आपकी एकाग्रता, धार्मिकता,सत्यशिलता लगनशीलता और साहित्य के प्रति स्नेह अनुराग को नमन। निराला साहित्य मंडल के प्रधान सचिव रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि कवियत्री धनेश्वरी देवी को धार्मिक कृति के लिए सर्व समाज से बधाइयां मिल रही हैं।आप हमेशा साहित्यिक,सांस्कृतिक और रचनात्मक कार्य ऐसे ही करती रहें।

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