छात्र जीवन से ही अनुशासन के बीज रोपित हो : अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक
पुलिस झंडा दिवस पर बुढार महाविद्यालय के छात्रों के मध्य हमारे समाज में पुलिस की भूमिका विषय पर आयोजित हुआ कार्यक्रम
आशीष नामदेव
बुढार। पुलिस झंडा दिवस के अवसर पर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बुढार पुलिस द्वारा महाविद्यालयीन छात्रों के मध्य हमारे समाज में पुलिस की भूमिका पर बुधवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं ने बेबाक विचार व्यक्त किये और उत्कृष्ट प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर उनका उत्साह वर्धित किया गया।
शहडोल जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डी.सी. सागर, जिला पुलिस अधीक्षक अवधेश गोस्वामी के आतिथ्य में तथा डी.एस.पी. अखिलेश तिवारी (यातायात), एस.डी.ओ.पी. भरत दुबे, प्राचार्य श्रीमती गंगा मिश्रा, वरिष्ठ प्राध्यापक अनिल उपाध्याय, सी.एम.ओ. रवि करण त्रिपाठी, थाना प्रभारी राजेश चंद्र मिश्रा की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कोयलांचल क्षेत्र के शहीद विजय शुक्ला के छाया चित्र पर तथा वीणा वादिनी मां सरस्वती जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्वलित कर अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डी.सी. सागर ने कहाकि – वर्दीधारी का सदैव सम्मान करें क्योंकि यह आपकी सुरक्षा में सदैव तत्पर रहते हैं, वहीं पुलिस की पहली सीढ़ी अनुशासन है जिसका पालन तत्परता से करना चाहिये।
पुलिस महानिदेशक डी.सी. सागर ने छात्रों को प्रेरणा प्रदान करते हुये कहाकि – छात्रों के जीवन में अनुशासन का बड़ा महत्व होता है, जिसमें समय और अपने कर्तव्य कर्म का समायोजन अनुशासन के साथ करने पर अच्छे परिणाम मिलते हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने विद्यालयीन कुछ छात्रों को मंच पर ही अनुशासन का पाठ पढ़ाया तथा प्रसिद्ध साहित्यकार एवं कवि की रचना अग्निपथ की प्रेरणादायी पंक्तियों का उल्लेख कर संघर्ष पथ पर चलने की प्रेरणा प्रदान की।
इस अवसर पर महाविद्यालयीन छात्रों ने हमारे समाज में पुलिस की भूमिका विषय पर अपने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहाकि – पुलिस की सेवा मानव समाज में होने वाले विभिन्न गतिविधियों में चाहे – सुखद, दुखद, सांस्कृतिक, राजनैतिक, खेलकूद जैसे अवसरों पर सुरक्षा एवं दिशा देने के लिए व्यवस्थित सेवायें प्रदान करते हैं, वही अपने त्याग, बलिदान एवं देश की सरहद पर रहते हुये सुरक्षा घुसपैठ जैसे आतंकी गतिविधियों को समूल नष्ट करने के लिये अपने जीवन को भी समर्पित कर देते हैं ऐसे वीर सपूतों के त्याग व बलिदान को कभी विस्मरण नहीं कर सकते ऐसे पुलिस एवं वीर जवानों के फलस्वरुप हम, हमारा समाज एवं देश सुरक्षित है ऐसे जवानों का सम्मान करना हमारा व हमारे समाज का परम दायित्व है।
जिला पुलिस अधीक्षक अवधेश गोस्वामी ने कहाकि – विद्यालयीन छात्रों में पुलिस के दायित्व एवं कर्तव्य बोध से अवगत कराये जाने यह कार्यक्रम पुलिस झंडा दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया है, जिसमें छात्रों ने बेबाक विचार रखे हैं जो प्रशंसनीय है।
श्री गोस्वामी ने कहाकि – विद्यालयीन छात्रों को अनुशासन के साथ थाने में एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जाकर बिना भय के कार्यशैली को देखकर समाज के लिये पुलिस की सेवाओं को स्वभाविक रूप से लोगों को जागरूक करने व बैंकों की तरह संस्था मानकर व्यावहारिक जीवन में आगे बढ़ना चाहिये जिससे पुलिस अपनी संपूर्ण सेवा समाज को दे सके और समाज इस सेवा को प्राप्त कर सके।
पुलिस अधीक्षक श्री गोस्वामी ने कहाकि – यातायात नियमों का पालन करने के लिये छात्र जीवन से हेलमेट लगाना, कार सीट बेल्ट लगाना, सड़क संकेतों का पालन करना व गति पर नियंत्रण करना जैसी आदत को अपनाना चाहिये साथ ही उन्होंने कहाकि – पुलिसकर्मियों को हेलमेट का पूर्ण पालन करना चाहिये अन्यथा कार्यवाही भी सुनिश्चित की जायेगी।
शासकीय नेहरू डिग्री महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती गंगा मिश्रा ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुये कहाकि – शांति व्यवस्था व बाहरी आक्रमण में पुलिस की महती भूमिका बनी हुई है जिसे समाज पूरे सम्मान के साथ देखती है।
वरिष्ठ प्राध्यापक अनिल उपाध्याय ने कहाकि – महाविद्यालय में जब भी पुलिस की आवश्यकता महसूस की गई, हर संभव सहयोग प्रदान हुआ और देशभक्ति जन सेवा में पुलिस की सेवा अनुपमेय उदाहरण रहा।
शहीद विजय शुक्ला के भ्राता अरुण शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
थाना प्रभारी राजेश चंद्र मिश्रा ने पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस अधीक्षक तथा मंचस्थ अतिथियों का स्वागत करते हुये कहाकि – छात्रों में पुलिस के प्रति उत्पन्न भय समाप्त हो तथा छात्र जीवन में प्रगति की ओर अग्रसर हो कार्यक्रम का यह मुख्य उद्देश्य है।
एस.डी.ओ.पी. भारत दुबे ने अतिथियों व महाविद्यालयीन प्राध्यापकों के कार्यक्रम में मिले सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किये।
हमारे समाज में पुलिस की भूमिका विषय पर महाविद्यालयीन प्रतिभागियों में प्रथम स्थान खुश्बू सोनी, द्वितीय अमृता मिश्रा तथा तृतीय शैलेंद्र पाल ने अर्जित किया।
कार्यक्रम का संचालन अखिलेश तिवारी ने किया।
इस अवसर पर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ एन. मानिकपुरी, आई.के. बेक, एस.एम. प्रजापति, डॉ मनोज कुजूर, एस.पी. साहू, कमलेश प्रजापति, रानी पटेल, डॉ अनूप सेन, मोनिका मनहास, ममता द्विवेदी, दिनेश कुमार वर्मा हबीब खान, शशि मोहन सेन, दीपा सिंह, आवेश गोयल, दीपक पटेल, जयशंकर सिंह, राधेश्याम नापित, रमेश वर्मा मुख्यरूप से उपस्थित रहे।