मंत्री श्रीमती भेंड़िया योजनाओं की प्रगति जानने पहुंची ग्रामीणों के बीच: कई गांवों में किया विकास कार्यों का भूमिपूजन
शासन की योजनाओं का लाभ उठाने ग्रामीणों को किया प्रेरित
रायपुर, 13 अक्टूबर 2021/ महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने बालोद जिले के डौण्डी विकासखण्ड के कई गांवों का दौरा कर ग्रामीणों से योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया और उनकी समस्याएं सुनी। इस अवसर पर उन्होंने गांव वासियों को विभिन्न निर्माण और विकास कार्यों की सौगात दी और शासन की जनकल्यणकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिलाओं को स्व-सहायता समूह से जुड़कर विभिन्न आयमूलक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इससे आमदनी में वृद्धि होगी और पारिवारिक स्थिति में भी सुधार होगा।
श्रीमती भेंड़िया ने ग्राम मर्रामखेड़ा में स्कूल अहाता निर्माण, ग्राम केशोपुर, सिंघोला, खल्लारी,कामता और कुसुमटोला में प्राथमिक शाला भवन, ग्राम आड़ेझर में प्राथमिक शाला में अतिरिक्त कक्ष निर्माण, ढोर्रीठेमा में सामुदायिक भवन, ग्राम बोरगॉव में सी.सी.रोड व अहाता निर्माण सहित ग्राम पुसावड़ और पटेली में विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन कर ग्रामीणों को शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने गांवों में जनसंपर्क कर लोगों की समस्याएं जानी। उन्होंने गांववासियों की मांग पर एनीकट,हायर सेकेण्डरी स्कूल में कम्प्यूटर, सायकल स्टैण्ड, मंगल भवन जैसे कई मांगों को पूरा करने की घोषणा की।
श्रीमती भेंड़िया ने सभी लोगों को नवरात्रि पर्व की बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। शासन द्वारा वनांचल क्षेत्र के लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने 52 प्रकार के लघु वनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। तेंदूपत्ता की दर चार हजार रूपए प्रति मानक बोरा किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान की खुशी लहलहाते खेतों से है। राज्य सरकार की प्राथमिकता है, कि किसानों तक सिचाई के लिए पर्याप्त पानी पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु कोविड-19 गाइडलाईन का पालन करने और वैक्सीन लगाने के लिए भी प्रेरित किया। इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती बसंती दुग्गा, उपाध्यक्ष श्री पुनीत सेन, पूर्व जनपद सदस्य श्री अनिल सुथार,क्षेत्र के जनप्रतिनिधिगण सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और ग्रामीण मौजूद थे।