भाजपा का चरित्र अपराधियों को संरक्ष्ण देना, बार- बार न्यायालय योगी सरकार को लगा रही है फटकार
उन्नाव, कठुआ, हाथरस के बाद लखीमपुर खीरी के अपराधी के प्रति भाजपा का प्रेम जीता जागता उदाहरण
रायपुर/09 अक्टूबर 2021। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा का चरित्र अपराधियों को संरक्षण देना ही है लखीमपुर खीरी के घटना के पहले उन्नाव कठुआ, हाथरस में हुई रेप की घटना के समय भाजपा से जुड़े लोग पीड़िता के पक्ष में खड़े होने के बजाय अपराधियों को बचाने के लिए झंडा लेकर सड़कों पर उतरे थे। उन्नाव के घटना के आरोपी भाजपा के विधायक कुलदीप सेंगर को बचाने के लिए योगी भाजपा की सरकार ने कानून को संविधान को ताक में रखने का काम किया था। लखीमपुर खीरी की घटना में भी भाजपा सरकार का यही चरित्र उजागर हुआ है। देश में जहां भी भाजपा की सरकारें हैं वहां अपराधियों का बोलबाला है आम जनता डरे सहमे रहती है दुर्भाग्य की बात है उत्तर प्रदेश में हुई अपराधिक घटनाओं पर कार्यवाही के लिए बार-बार न्यायालय को योगी सरकार को फटकार लगाना पड़ता है। सुप्रीम कोर्ट के फटकार के बाद भी भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश में लखीमपुर के किसानों के हत्यारे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र को गिरफ्तार नहीं कर रही है। सुप्रीम कोर्ट के दबाव के बाद बेशर्म भाजपा ने उनको सरेंडर करायी। योगी शासनकाल में पुलिस को हत्या के अपराधी को दबोच कर गिरफ्तार करने से रोका जाता है कि अपराधी के समर्पण का इंतजार भाजपा की योगी सरकार मोदी और अमित शाह के इशारे पर करती है गृह राज्य मंत्री के किसानों के हत्यारे के पुत्र को बचाने की षडयंत्र रची जा रही है सबूतो को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है। यह देश का दुर्भाग्य है कि केंद्र में बैठी सरकार देश की 87 प्रतिशत आबादी किसानों के खिलाफ कानून बनाती है। जब किसान कानून का विरोध करते हैं तो उनके खिलाफ दमन चक्र चलाया जाता है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व में रेल दुर्घटना जैसी घटनायें होने पर भी नैतिकता के आधार पर कांग्रेस शासन के मंत्री अपने पद से इस्तीफा देते थे भाजपा में नैतिकता नाम की चीज ही नहीं है बड़ी विडंबना है मोदी सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा जिनके ऊपर कानून व्यवस्था को बनाए रखना आम जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी है उनके ही पुत्र अपने वाहन से किसानों को कुचल कर हत्या कर देते हैं और केंद्रीय मंत्री के पद पर आज भी अजय मिश्रा मौजूद है और योगी सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है जबकि संविधान में अपराधियों को बचाना सबूतों को नष्ट करना भी अपराध माना गया है।