छत्तीसगढ़ में एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस प्रोजेक्ट की समीक्षा की गई
रायपुर । दिनांक 07.09.2021, को छत्तीसगढ़ में एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस परियोजना तथा विभिन्न दुर्घटनाजन्य सड़क खण्डों में सुधार कार्यो की वर्चुअल समीक्षा में लोक निर्माण विभाग सहित अन्य निर्माण एजेंसियों के 153 कार्यपालन यंत्री, जिला रोलआउट मैनेजर्स, अनुविभागीय अधिकारी एवं उपयंत्रीगण सम्मिलित हुए। वर्चुअल मींटिग को राज्य नोडल अधिकारी एवं संयुक्त परिवहन आयुक्त(सड़क सुरक्षा) श्री संजय शर्मा, मुख्य अभियंता लोनिवि श्री पंकज मोहन कश्यप, स्टेट रोलआउट मैनजर श्री सारांश शिर्के ने संबोधित कर, प्रोजेक्ट के विभिन्न बिन्दुओं के संबंध में विस्तार से अवगत कराते हुए प्रशिक्षित किया। इसके अतिरिक्त बैठक में उपस्थित कार्यपालन यंत्रियों से उनके क्षेत्राधिकार के दुर्घटनाजन्य सड़क खण्डों में यथाशीघ्र सुधारात्मक उपाय पूर्ण करने हेतु मार्गदर्शन किया गया।
छत्तीसगढ़ में चल रहे प्रोजेक्ट iRAD (एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस) के कार्य प्रगति की राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र, नई दिल्ली ने सराहना करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ टीम, द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यो से अन्य राज्यों को सक्रियता से कार्य की प्रेरणा मिलेगी। हम भारतीय सड़कों को कम से कम दुर्घटना और मृत्यु के मामलों के साथ सुरक्षित बनाने का प्रयास कर रहे है, जिसमें आपका योगदान सराहनीय है। राज्य टीम ने समय से पहले परियोजना को लागू कर प्रशंसनीय कार्य कर अन्य राज्यों के लिए मिसाल कायम की है।
उल्लेखनीय है कि देशभर में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं के वास्तविक कारणों का विश्लेषण कर आवश्यक सुधारात्मक उपाय करने, तथा दुर्घटनाओं में नियत्रण के लिये केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने आईआईटी मद्रास के सहयोग से iRAD (एकीकृत सड़कदुर्घटना डेटाबेस) मोबाईल एप और वेव एप्लिेशन तैयार किया है, जिसकी मदद से सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाकर उसे रोकने के प्रयास किया जाएगा। प्रदेश के परिवहन, पुलिस, पीडब्ल्यूडी/राजमार्ग, स्वास्थ्य विभागों के राज्य नोडल अधिकारियों सहित सभी जिलो में नोडल अधिकारी बनाकर पुलिस, परिवहन, पीडब्ल्यूडी/राजमार्ग तथा स्वास्थ्य विभाग के मैदानी/विवेचना अधिकारियों को सतत् प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
सही जानकारी से कम होगी दुर्घटना:-
प्रदेश के विभिन्न मार्गो में दुर्घटनाओं के सही कारण मालूम होने से आवश्यक सुधारात्मक उपाय किये जाने से दुर्घटनाओं में कमी संभावित है। सड़क दुर्घटना सड़क की बनावट, ट्रॉफिक कॉमिंग सहित अन्य सड़क सुरक्षा उपायों के न होने, मौसमी कारणों से, ड्राईवर के शराब पीकर वाहन चलाने से, घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार में विलंब या मोटरयान में ब्रेक फेल या फिटनेस सहित अन्य यांत्रिकीय खराबी की वजह से हुई है, या तेज रफ्तार से वाहन चलाने, इसके अलावा दुर्घटना के बाद दुर्धटनाग्रस्त को अस्पताल पहुंचने में कितना समय लगा सहित अन्य जानकारी इस एप्लिेशन के माध्यम से सीधे जिला/राज्य मुख्यालय सहित केन्द्रीय परिवहन मुख्यालय तथा विश्लेषण/समीक्षा के लिये आईआईटी मद्रास, में पहुंच जाती है।
दुर्घटना के कारणों की सही जानकारी होने से संबंधित विभागों के अधिकारीगण उस दुर्घटनाजन्य सड़क खण्डों में आवश्यक सुधारात्मक उपायों हेतु पहल करेंगें। iRAD (एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस) के समुचित उपयोग से संबंधित विभागों को सही जानकारी मिल सकेगी। संबंधित विभागो के प्रचलित सेवाओं को एकीकृत/इंटरफेस किये जाने से वाहन का नबर लिखते ही वाहन संबंधित पूरी जानकारी एप्लिकेशन उपयोगकर्त्ता को मिल जाएगी। इस पर अपलोड किये गये डेटा संबंधित विभागों के माध्यम से सड़क सुरक्षा की भावी कार्य योजनाओं के लिय अत्यंत उपयोगी होगी।